
बारडोली, 1 नवंबर। बारडोली स्थित श्रीराम इंजीनियरिंग एंड कॉन्ट्रैक्टर्स नामक कंपनी के मैनेजर को 1.44 करोड़ रूपयों के गबन मामले मे कोर्ट ने जमानत दे दी। देश भर मे गैस पाईप लाईन इन्स्टाल करने वाली कंपनी के मालिक ने अपने मैनेजर पर गबन करने के मामले मे मुकदमा दर्ज कराया था।
विस्तृत जानकारी के अनुसार मामला पुलिस तक तब पहुंचा जब कंपनी का डेटा युक्त लैपटॉप चोरी हो गया और 1.44 करोड़ रुपये का कोई हिसाब-किताब दिए बिना कंपनी का मैनेजर फरार हो गया।
वारडोली गायत्री नगर के पास तरूण रेसीडेंसी निवासी मुकेश अशोकभाई पाटिल श्रीराम इंजीनियरिंग एंड कॉन्ट्रैक्टर्स नामक कंपनी के मालिक है एवं उनकी शिकायत के आधार पर उनकी कंपनी के मैनेजर समीउर्रहमान के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। मुकेश अशोक पाटिल की कंपनी देश भर में गैस पाइपलाइन के इन्स्टालेशन का काम करती है।

कंपनी देश के कई जिलों में गैस पाइपलाइन बिछाने का काम करती है। जिसमें साल 2023 में तमिलनाडु में एक तेल कंपनी से गैस पाइपलाइन बिछाने का ठेका मिला था। समीउर्रहमान (मूल निवासी भटलिया, मऊ,उत्तर प्रदेश (वर्तमान में इरोड, तमिलनाडु में रह रहे) को प्रोजेक्ट मैनेजर नियुक्त किया गया। और मुकेश पाटिल ने बारडोली के समीउर्रहमान को पूरी पावर ऑफ अटॉर्नी दे दी। कंपनी की ओर से समीउर्रहमान तमिलनाडु में पाइपलाइन बिछाने का सारा काम संभाल रहे थे। इस बीच कंपनी की ओर से समीउर्रहमान के बैंक खाते में 18 फरवरी तक 36,55,823 रुपये जमा किए गए। इंडियन ऑयल कंपनी द्वारा 23,89,536 रुपये की सामग्री उपलब्ध कराई गई। समीउर्रहमान ने आज तक इसका हिसाब नहीं दिया और कंपनी का सारा डेटा वाला लैपटॉप लेकर भाग गया, जिससे कंपनी को अपने निजी फायदे के लिए नुकसान हुआ। समीउर्रहमान ने काम बीच में ही छोड़ दिया और कंपनी को कुल 1,44,99,143 रुपये का कोई हिसाब नहीं दिया। मुकेश पाटिल ने लैपटॉप चोरी की शिकायत बारडोली टाउन पुलिस में दर्ज कराई थी।
1.44 करोड़ रूपयों के गबन मामले ने आरोपी की ओर से वकील मनीष सी मिश्रा की ओर से प्रस्तुत किये गये धारदार दलीलों एवं साक्ष्य के आधार पर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने आरोपी समीउर्हमा़न की अग्रिम जमानत मंजूर किया।









