उज्जैन,31 जनवरी। प्रयागराज महाकुंभ में किन्नर अखाड़ा के आचार्य महा मंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी द्वारा बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को महा मंडलेश्वर की पदवी दिए जाने से विवाद पैदा हो गया था। इसके बाद किन्नर अखाड़ा के संस्थापक ऋषि अजय दास ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए एक आदेश पत्र जारी किया। इस पत्र के अनुसार, आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को आचार्य महा मंडलेश्वर पद से हटा दिया गया, साथ ही ममता कुलकर्णी को भी महा मंडलेश्वर के पद से बर्खास्त कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि यह विवाद तब शुरू हुआ जब आचार्य महा मंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने ममता कुलकर्णी को महा मंडलेश्वर की पदवी दी। इसके बाद किन्नर अखाड़ा में यह मामला तूल पकड़ने लगा, क्योंकि इस कदम को कुछ लोग उचित नहीं मान रहे थे। ऋषि अजय दास ने इस विवाद को सुलझाने के लिए दोनों व्यक्तियों को उनके पदों से हटाने का निर्णय लिया।
किंतु यह विवाद केवल एक पद से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह किन्नर समाज के आंतरिक मामलों को लेकर भी उठाए गए सवालों का प्रतीक बन गया है। किन्नर अखाड़ा के भीतर एक बार फिर से इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई है कि समाज में किसे पद देना चाहिए और किसे नहीं। यह घटनाक्रम किन्नर समाज में नए सवालों और चिंताओं को जन्म दे रहा है।