सूरत, 14 जनवरी। विश्व के सबसे बड़े महोत्सव, अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्रतिस्थापना के पावन उपलक्ष पर श्री अखिल भारतीय जीण माता सेवा संघ सूरत द्वारा भव्य श्री राम मंदिर का निर्माण करने वाले मजदूरों का सम्मान करने का एक अनूठा एवं समाज मूल्यिक प्रयास किया जाएगा।
इस प्रयास के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए जीण संघ के संस्थापक अध्यक्ष शरद खंडेलवाल ने बताया कि 497 वर्षों की चिर प्रतीक्षा, निरंतर प्रयास एवं अनेक बलिदानों के पश्चात श्री राम मंदिर का भव्य से अति भव्य निर्माण हुआ है। समाज का एक ऐसा वर्ग “शिल्पकार, कारीगर एवं मजदूर” जिसने वास्तविक अर्थों में भीषण गर्मी, मूसलाधार बारिश और कड़कड़ाती सर्दी की परवाह किए बगैर अपनी अथक एवं अविरल मेहनत, सेवा और उदात्त भावों से विश्व में अनूठी शिल्पी की अद्भुत रचना “श्री राम मंदिर” के रूप में की है। इन कारीगर मज़दूर एवं शिल्पकार वर्ग के परिश्रमी प्रयासों के प्रति कृतज्ञता और अभिनंदन व्यक्त करने की परिकल्पना श्री अखिल भारतीय जीण माता सेवा संघ सूरत और उसकी ब्यावर, सीकर, चूरू, घांगू, बागरा एवं झुंझुनु शाखाओं द्वारा संजोई गई।
इस परिकल्पना के तहत श्री राम मंदिर निर्माण में संलग्न सभी मजदूरों, कारीगरों एवं शिल्पकारों को एक अनुपम उपहार जीण संघ सूरत द्वारा सुअर्पित कर सामाजिक समरसता का एक स्वस्थ दिव्य संदेश अभिसंचरित किया जायेगा।
कार्यक्रम संयोजक दिलीप पटेल ने बताया कि श्री राम मंदिर निर्माण के महिला मज़दूरों को सुंदर साड़ी या सूट, साथ ही पुरुष मजदूरों को अच्छे परिधान भेंट किए जायेंगे। इस हेतु गोविंद जिंदल, नंदकिशोर मोहता, राम मूंदड़ा, राजेश काबरा, रघु खंडेलवाल का एक प्रतिनिधि मंडल फरवरी माह में अयोध्या जायेगा, जहाँ श्री राम मंदिर ट्रस्ट के मार्गदर्शन में ये उपहार वितरित करेगा।
इस परिकल्पना के क्रियान्वन में राष्ट्रीय भावनाओं से ओत – प्रोत होकर सारा फैब इंटरनेशनल, करणी इम्पेक्स, रोली मोली क्रिएशन ने अपनी सकारात्मक भूमिका निभाई।