विभागीय कार्यो मे सरलता, एवं पाररदर्शिता लाने के लिये किया था कई महत्वपूर्ण कार्य
सूरत, 4 अक्टूबर। वैसे तो प्रशासनिक अमले में नौकरशाहों के लिये ट्रांसफर एवं पोस्टिंग सामान्य सी बात है लेकिन अपनी कर्मठता एवं ईमानदारी से लोगो का दिल जीत चुके चुनिंदा अधिकारियों के मामले में “स्थानांतरण आर्डर” लोगों के लिये एक निराशाजनक खबर होती है। दो दिनों पूर्व वाणिज्य एवं उधोग मंत्रालय अन्तर्गत वाणिज्य विभाग की ओर से निकाल गये एक स्थानांतरण आदेश के तहत सचिन स्थित सेज के डेवलपमेंट कमिश्वर एवं डीजीएफटी सूरत के एडिशनल डायरेक्टर वीरेन्द्र सिंह का प्रोन्नति सह स्थानांतरण किया गया। सूरत मे अपने पांच साल के कार्य-काल मे सिहं ने विभागीय कार्यो मे उत्कृष्टता लाने के लिये कई उल्लेखनीय कार्य कियें। मातहत अधिकारियों के बीच उन्होंने एक बेहतर प्रशासनिक अधिकारी की छाप छोड़ी तथा अपने सरल स्वभाव की चलते लोगो का दिल इस कदर जीता कि अब “स्थांनातरण की खबर” उनके मातहत अधिकारियों, सेज यूनिट धारकों तथा उनके जानने वालों के लिये यह “निराशाजनर खबर”साबित हो रही है।
विभागीय सूत्रों से प्राप्त विस्तृत जानकारी के अनुसार वाणिज्य एवं उधोग मंत्रालय ऩई दिल्ली की ओर से निकाले गये स्थानांतरण आदेश के तहत 1989 बैच के आईटीएस अधिकारी वीरेन्द्र सिंह का स्थानांतरण अहमदाबाद कर दिया गया। वीरेन्द्र सिहं यहां सूरत मे लगभग पांच साल तक सेज के डेवलपमेंट कमिश्वर रहे एवं इसके साथ ही उनके पास डीजीएफटी मे बतौर एडिशनल डायरेक्टर का भी चार्ज रहा। स्थानांतरण आदेश के तहत उनको स्टर्लिग सेज, दहेज सेज तथा रिलायंस सेज जामनगर का चार्ज सौंपा गया है। सूरत डीजीएफटी के ज्वाइंट डायरेक्टर अभिमन्यु शर्मा को सचिन सेज का एडिशनल चार्ज दिया गया है। एडिशनल डीजीएफटी सुभाष चन्द्र अग्रवाल को जीआईएफटी सेज का अतिरिक्त चार्ज दिया गया हैं।
सूरत मे लगभग पांच सालों के अपने कार्यकाल के दौरान सेज आयुक्त तथा एडिशनल डीजीएफटी वीरेन्द्र सिंह ने कई एैसे कार्य किये जिससे लोगो को विभागीय कार्यो मे सरलता एवं पारदर्शिता का अहसास हुआ जिसके कारण अब लोग वीरेन्द्र सिंह (आईटीएस) के ट्रांसफर की खबर सुनकर मायूस है ।