तातीथैया के कादमावाला डाईंग मिल के बाद अब पाण्डेसरा स्थित प्रतीक डाईंग मे लगी आग
सूरत, 11 मार्च । गर्मी का मौसम अभी पूरी तरह से परवान भी नही चढा है कि शहर के औधोगिक इकाईयो मे एक के बाद एक अगलगी की घटना सामने आ रही है । लगातार एक के बाद एक दो प्रोसेसिग ईकाईयो मे होली की छुट्टियो के दौरान बंद पडी मिल मे आग लगने की घटना ने लोगो को सोचने के लिये मजबूर कर दिया है कि क्या आसमान से इतनी आग बरस रही है कि मिलो मे आग खुद ब खुद लग जा रहा है अथवा बाजार मे व्याप्त मंदी का यह प्रतिफल है ?
गुरूवार को पाण्डेसरा जीआईडीसी स्थित प्रतीक डाईंग मिल मे भीषण आग लग गयी जिसंमे शहर के कई फायर स्टेशनो के दमकल कर्मियो को आग बुझाने मे काफी मशक्कत करनी पडी । आग की भयावहता इतनी भीषण थी कि एक किलोमीटर दूर से आग से उठतें हुये धुयें को देखा जा सकता था । आग लगने की सूचना मिलते ही सूरत दमकल विभाग का काफिला मौके पर पहुंच गया। और लगातार पानी डालकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया।
सूत्रो के अनुसार मिल मे लगी भीषण आग से मिल को काफी नुकसान हुआ है यहा पर रखा काफी मात्रा मे ग्रे एवं डाईड माल जलकर राख हो गया अथवा धुआ लगने से वह खराब हो गया इसके अलावा मिल में शेड का एक हिस्सा भी आग से धराशायी हो गया ।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही तातीथैया स्थित कादमावाल डाईंग एण्ड प्रिंटिंग मिल मे आग लगी थी जिससे मिल को काफी नुकसान हुआ है यहा भी आग तब लगी जब मिल होली की छुट्टियो मे बंद था । दिलचस्प है कि सरकार ने औद्योगिक ईकाईयो के लिये फायर सेफ्टी के माप दण्ड बनाया है लेकिन उसकी अनुपालना के अभाव मे मिलों मे आ़ये दिन आग लगती रहती है जिससे अलग – बगल स्थित औधोगिक मिलो के मालिको एवं उनमे काम करने वाले हजारो श्रमिको मे डर का माहौल बन जाता है । एैसे मे फायर सेफ्टी नियमो का उल्लंघन करने वाले मिलो के खिलाफ कडी की जानी चाहिये ताकि आये दिन आग लगने की घटनाओ पर काबू पाया जा सकें ।