43 बी के मुद्दे पर व्यापारियो को राहत दिलाने के लिये प्रयासरत है कैट

केन्द्रीय वित्त मंत्री से‌ मिलने के‌ लिये मांगा समय

सूरत। कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति मे कहा गया है कि MSME के साथ टैक्स सेक्शन 43B(H) को लेकर संपूर्ण भारतवर्ष के कपड़ा व्यापारियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कपड़ा कारोबार पिछले 1  1/2  माह से निरंतर बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। छोटे-छोटे व्यापारियों ने अपना कामकाज बंद कर आगे सीजन में काम नहीं होने, रिटर्न गुड्स आदि को लेकर काफी चिंताएं एवं मुश्किलें खड़ी हो गई हैं।

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के टेक्सटाइल एवं गारमेंट्स कमेटी के राष्ट्रीय चेयरमैन चंपालाल बोथरा ने कहा कि भारत के सभी कपड़ा एसोसिएशन से बातचीत कर CAIT द्वारा अलग-अलग मंत्रालयों के मंत्री, चेयरमैन एवं सेक्रेटरी आदि से संपर्क किया जा रहा है । CAIT के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल मामले की गंभीरता को ध्यान करते हुए देश भर के व्यापारियों को राहत मिले इसके लिए निरंतर प्रयत्नशील है।
साथ ही CAIT ने 2 फरवरी 2024 को पुनः पत्र भेजकर भारत सरकार के वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और MSME के मंत्री नारायण टैटू राणे जी से मांग की है कि बजट भाषण में MSME के मुद्दे पर व्यापारियों को कोई राहत नहीं मिली है। अतः इसे साल भर तक एक्सटेंसन दे ताकि अच्छे  से चर्चा विचारणा कर व्यापारियों के हितार्थ कानून बनाया  जा सके।

भारत सरकार मे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल एवं MSME के मंत्री नारायण टैटू राणे से मिलने का समय मांगा गया है। शीघ्र ही देश भर के कपड़ा व्यापारियों को 43 B(H) सेक्शन के भ्रम व  खुलासा लेकर इसमें राहत दिलाने का कार्य किया जाएगा।