कस्टम विभाग के सीजर मेमो का है इंतजार
सूरत , 11 अगस्त। सेज स्थित सीवीडी ( कार्बन वेपोराईच्ड डायमंड ) उत्पादक कंपनी यूनिवर्सल डायमंड मे बीते 27 मई को कस्टम एवं डीआरआई के छापो के बाद अब इस बहुचर्चित मामले मे प्रवर्तन निदेशालय जांच करेगा । ईडी की शुरू होने वाली जांच के लिये फिलहाल कस्टम विभाग द्वारा दिये जाने वाले सीजर मेमो का इंतजार है ।
मामले की विस्तृत जानकारी के अनुसार स्थानीय कस्टम एवं डीआरआई के अधिकारियो ने बीते 27 मई को सेज स्थित सीवीडी उत्पादक कंपनी यूनिवर्सल डायमंड मे छापा मारा । छापेमारी मे पता चला कि यह कंपनी कार्बन वेपोराईज्ड डायमंड अर्थात नकली डायमंड का उत्पादन करती है एवं सेज प्रावधानो के अनुसार कंपनी को सीवीडी डा़यमंड ही एक्सपोर्ट करना था लेकिन यूनिवर्सल डायमंड का कर्ता – धर्ता मीत काछडिया सीवीडी की जगह असली डा़यमंड को विदेश भेज रहा था । 27 मई को कस्टम छापे मे अधिकारियो ने मौके से विदेश भेजे जा रहे हीरो के दो कंसाईनमेंट जब्त किये एवं इन कंसाईनमेंट को खोलकर इनके भीतर करोडो के हीरो की जांच शुरू की गई ।
अधिकारियों ने खोला जब्त किया पार्सल, हवाला का मामला
विभागीय सूत्रो की माने तो जब्त किये गये दो कंसाईनमेंट मे से एक कंसाईनमेंट को खोलकर उसमे हीरो की जांच पूरी कर ली गयी है कंसाईनमेंट मे असली एवं नकली डायमंड दोनो मिक्स है असली डायमंड का अनुपात अधिक है जिसकी कीमत लगभग सौ करोड रूपये से भी अधिक हो सकती है सूत्रो के अनुसार दूसरे कंसाईनमेंट की जांच भी जारी है । चूंकि दोनो कंसाईनमेंट मे छोटे आकार के डायमंड अधिक है इसलिये इनके जांच मे समय लग रहा है । कस्टम विभाग द्वारा जब्त किये गये हीरो के जांच मे अब पूरी तरह से साफ हो गया है कि यह मामला पूरी तरह से हवाला का है एवं सू्त्रो के हवाले से अब इस पूरे मामले की जांच ईडी ( इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट ) करेगी । फिलहाल सैकडो करोड रूपयो के हवाला के इस बहुचर्चित मामले मे अब कस्टम विभाग की ओर से ईडी को दिये जाने वाले सीजर मेमो का इंतजार है ।
खारिज हो गई मीत काछडिया की अग्रिम जमानत याचिका
नकली डायमंड की जगह लगभग सौ करोड से भी अधिक मूल्य का असली डायमंड विदेश भेजने का मामला ईडी एवं कस्टम के छापो मे बाहर आया एवं उसके बाद से सेज स्थित यूनिवर्सल डायमंड का कर्ता – धर्ता मीत काछडिया पूरे परिवार के साथ गायब है कस्टम विभाग के लिये वांछित मीत काछडिया का विभाग के समक्ष उपस्थित होना विभाग के लिये इसलिये भी महत्वपूर्ण है क्योकि उपस्थित होने के बाद ही उसका बयान दर्ज होगा एवं उसके बाद ही उसके साथ जुडे अन्य नामों का खुलासा हो सके़गा। साथ ही यह भी पता चलेगा कि 27 मई को विभागीय छापेमारी से पूर्व उसने नकली डायमंड की जगह असली डायमंड के कितने कंसाईनमेंट विदेश भेजे ? कस्टम विभाग के अधिकारी मीत काछडिया के उपस्थित होने का इंतजार करते रहे एवं इस बीच उसने कोर्ट मे अपनी अग्रिम जमानत याचिका दायर की । कोर्ट मे मंगलवार को उसकी अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई हुई । कस्टम विभाग की ओर से मीत काछडिया को जमानत नही होने देने की पूरी तैयारी की गयी थी जिसके लिये सारे साक्ष्य कोर्ट मे प्रस्तुत किये गये जिसके आधार पर कोर्ट ने मीत काछडिया की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया ।
मीत काछडिया के साथ चर्चा मे है इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी
सेज स्थित यूनिवर्सल डायमंड के कर्ता – धर्ता मीत काछडिया के साथ उससे जुडा एक और शख्स इन दिनो खासे चर्चा मे है । बताया जा रहा है कि सालो से इलेट्रानिक कारोबार से जुडे इस शख्स के तार मीत काछडिया से जुडे है एवं अपने सरल स्वभाव तथा सहयोगात्मक रवैये की वजह के यह कई अधिकारियो का चहेता भी रहा है । सालो से इलेक्ट्रानिक्स कारोबार से जुडा यह शख्स वर्तमान मे फेंक डायमंड की अपनी एक यूनिट भी चला रहा है मीत काछडिया के तार इससे जुडे होने की वजह भी यही बताई जा रही है ।