
सूरत, 1 अक्टूबर। सूरत टेक्सटाइल मार्केट की 58वीं वार्षिक साधारण सभा बीते शनिवार को अपरान्ह तीन बजे पार्किग प्रोजेक्ट के ग्राऊण्ड फ्लोर पर सम्पन्न हुई। यूं तो एसटीएम कोआपरेटिव सोसाईटी की प्रत्येक एजीएम मे कुछ मुद्दे होते है और उन मुद्दो पर चर्चा के साथ एजीएम समाप्त होती है लेकिन बीते शनिवार को समाप्त हुआ एजीएम सूरत कपड़ा बाजार मे चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बार का एजीएम यूं भी खास रहा क्योकि कमेटी को घेरने की प्रयास नरेन्द्र साबू ने किया जो कमेटी के नजदीकी रहे है।
विस्तृत जानकारी के अनुसार शनिवार को सूरत टेक्सटाईल मार्केट कोआपरेटिव हाऊसिंग सोसाईटी की 58वीं साधारण सभा मे सदस्यों ने कई ज्वलंत मुद्दें उठायें । मीटींग के बाद भी इस मुद्दो को अलग-अलग ह्वाट्स अप ग्रुुपों मे डालकर परवान चढाने का प्रयास किया गया। जिसकों लेकर मार्केट मे चर्चा का विषय रहा।
यूं तो कई सदस्यो ने कई मुद्दो को इस एजीएम मे उठाया लेकिन मार्केट के प्रमुख व्यापारी नरेन्द्र साबू इस एजीएम मे काफी मुखर रहे। उन्होने मार्केट मैनेजमेंट से कई सवालों के जबाब मांगे।
उन्होने इस बात पर जोर दिया कि मार्केट लीज का पैसा जिन व्यापारियों ने नही भरा उनकी दुकानें अभी तक सील क्यों नही की गई। उन्होने जानकारी मांगी कि अभी तक कितने बोर्ड डायरेक्टर्स ने लीज का पैसा भरा है तथा कितने डायरेक्टर्स ने नही भरा? मार्केट मे सर्वाधिक चर्चा इस बात को लेकर रही है कि तमाम मुद्दो पर घेरने वाले कोई और नही बल्कि मार्केट कमेटी के नजदीकी एवं सहयोगी माने जा रहे नरेन्द्र साबू ने इस बार के एजीएम मे बोर्ड पर निशाना साधा? उल्लेखनीय है कि पिछले एजीएम मे बैंक की प्रापर्टी नरेन्द्र साबू को बेचने को लेकर कमेटी कुछ सदस्यों के निशाने पर थी।
मार्केट के अध्यक्ष राजेन्द्र ओरड़िया ने इस बार के एजीएम मे कुछ सदस्यों द्वारा पूछे गये सवालो पर स्थिति स्पष्ट करते हुये कहा कि मार्केट मे 1029 दुकानों मे से कुछ समय पहले तक 34 दुकानों के लीज का पैसा बाकि रह गया था उसके बाद समझाने पर कुछ ने ने भरा और 10 दुकानों के मालिक आते ही नही है। अब हालात एैसे है कि 16 मेंबर्स को लीज की ऱकम भरने के लिये हम समझा रहे है। सामने दीपावली का त्यौहार है एैसे मे किसी का दुकान सील करना अनुचित है और साबू जी दुकान सील करने की जिद्द लेकर बैठे है।
मार्केट सदस्यों ने बैंक से लीज का पैसा लेने का बनाया दबाव
साबू द्वारा एजीएम मे कमेटी के खिलाफ साथ दिखाई गई तल्खी की वजह भी एक सदस्य द्वारा पूछे गये सवाल से साफ हो गई।एजीएम मे मार्केट के सदस्य मनीष जैन ने बैंक से लीज का पैसा नही लिये जाने संबधित सवाल पूछा था मार्केट के पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हमने भले ही बैंक से लीज का पैसा नही लिये जाने का निर्णय लिया था लेकिन अब हालात एैसे है हम पर दबाव है एैसे मे बैंक से लीज का पैसा लिये जाने पर विचार किया जायेगा। मार्केट सूत्रों ने बताया कि बैंक से लीज का पैसा लिये जाने को लेकर काफी दबाव है इस सन्दर्भ मे लगभग 300 सदस्यों का पत्र भी आया है कि इनका पैसा क्यो नही ले रहे है ? सूत्रों की मानें तो अब मार्केट सदस्यो के दबाव मे कमेटी नरेन्द्र साबू से लीज का पैसा लेने पर विचार कर रही है सूत्रो की मानें तो विरोध की एक वजह संभवत: यह भी हो सकती है।