विभाग मे चर्चा का विषय बना है “रिफंड पर मचा रार”
सूरत, 18 अप्रैल । सरकारी महकमों मे आम पब्लिक के रोजमर्रा को कामो को सरल बनाने के लिये सरकार भले ही चाहे जितने नियम – कानून लागू कर दे लेकिन सरकारी बाबूओ से लोगो की होने वाली परेशानियो का कोई अंत दिखाई नही देता । सूरत सीजीएसटी डिवीजन -3 मे हफ्ते भर पूर्व सुप्रिटेंडेट, इंसपेक्टर एवं निजि कम्प्यूटर आपरेटर के रिश्वत लेते हुये एसीबी द्वारा रंगे हाथो ट्रैप किये जाने के बाद अब एक अन्य डिवीजन मे एसी के केबिन मे ही दो अधिकारियो के आपस मे भिडने की घटना विभाग मे इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है ।
सूत्रो के अनुसार सूरत सीजीएसटी आयुक्तालय के पांच डिवीजन अपने चौक बाजार मुख्यालय से लगभग एक किमी दूरी पर है एवं यहा पर न तो आयुक्त बैठते है अथवा न ही उनके समकक्ष अपर आयुक्त अथवा ज्वाईंट आयुक्त । यहा पर डिवीजनो मे सहायक आयुक्त बैठते है और यहा इस बिल्डिंग मे वही सर्वे-सर्वा है । इस बिल्डिग मे क्या हो रहा है उसकी भनक आयुक्त को बिल्कुल भी नही रहती ।
चर्चा है कि बहुमाली बिल्डिंग के सामने स्थित सीजीएसटी आयुक्तालय के एक डिवीजन मे सहायक आयुक्त के केबिन मे उनके सामने ही दो पुराने सुप्रिटेंडेंट रिफंड को लेकर आपस मे भिड़ गये । दो सुप्रिटेंडेंट्स के बीच हुये जबरदस्त “शाब्दिक युद्ध” मे एसी ने अपने खास सुप्रिटेंडेट का साथ दिया । जिससे इस डिवीजन मे एक ओर सुप्रिटेंडेंट्स का एक ग्रुप जहा अपने ही एसी से नाराज है वही यह घटना विभाग मे चर्चा का विषय बना हुआ है । सू्त्रो के अनुसार सहायक आयुक्त के “खास सुप्रिटेंडेंट” द्वारा अपने साथी सुप्रिटेंडेट को धमकी दिये जाने पर मामला बिगडा । डिवीजन एसी के केबिन मे रिफंड को लेकर अधीक्षकों के बीच इस मामले को सिपाही से लेकर अधिकारी तक चटकारें लेकर बयां कर रहे है एवं उनके बीच चर्चा का विषय बना हुआ है ।
चौक बाजार स्थित सीजीएसटी मुख्याल़य मे बैठे आयुक्त ने समय रहते अगर इस डिवीजन की रोजमर्रा की हलचलों पर ध्यान नही दिया तो वह दिन दूर नही जब सीबीआई अथवा एसीबी की गाज इस डिवीजन पर गिर सकती है । उल्लेखनीय है कि आयुक्तालय मे सुप्रिटेंडेंट एवं एसी की करनी का खामियाजा निर्दोष होने के बावजूद पूर्व आयुक्त को भुगतना पडा था एवं अपने मातहत अधिकारियो के साथ ही साथ उन्हे भी सूरत से बहुत दूर भेज दिया गया ।