सूरत, 20 सितंबर । अयोध्या टेक्सटाईल मार्केट तथा अयोध्या टेक्सटाईल मॉल के इन्वेस्टरों की एक बैठक परवत पाटिया स्थित डॉ. अम्बेडकर वनवासी कल्याण ट्रस्ट नरेंद्र पंचासर परिसर में रखी गई।जिसमें 250से ज्यादा ब्रोकर्स व इन्वेस्टर शामिल हुवे।सारोली ब्रोकर्स एव व्यापारी सँघर्ष समिति के आव्हान पर आयोजित बैठक में अयोध्या टेक्सटाईल मार्केट व अयोध्या टेक्सटाईल मॉल के इन्वेस्टर इक्कठे हुये।
सँघर्ष समिति के राजेन्द्र भंसाली ने बताया कि सारोली के अधूरे मार्केट प्रोजेक्ट में सैकड़ो लोगो के पैसे फसे है।बिल्डर्स ब्रोकर्स व इन्वेस्टर्स को कोई संतुष्टिजनक जबाब नही दे रहे है।बिल्डर्स न तो इन्वेस्टर्स के पैसे वापस लौटा रहे है व न प्रोजेक्ट पूर्ण कर दुकानों पर कब्जा दे रहे है।जिसके कारण ब्रोकर्स व इन्वेस्टर्स आक्रोशित है।पिछले सप्ताह एक महिला इन्वेस्टर्स के साथ अयोध्या मार्केट के बिल्डर्स बदसलूकी की थी।महिला के साथ गाली गलौच व मारपीट का मामला पूणा पुलिस थाने में दर्ज हुआ था।
संघर्ष समिति के महेंद्र पटेल ने बताया कि संघर्ष समिति में सैकड़ो लोगो ने शिकायत लिखित में दी है।अब अलग अलग अधूरे प्रोजेक्ट के इन्वेस्टरों की अलग अलग कमेटियां बनाई जाएगी।ताकि संघर्ष समिति को बिल्डर्स से समाधान अथवा आगे की योजना को बनाया जा सके।इस अंतर्गत सोमवार को अयोध्या मार्केट व अयोध्या मॉल के इन्वेस्टर्स की 30 सदस्यीय कमेटी बनाई गई।ये कमेटी अयोध्या मार्केट प्रोजेक्ट में फसे इन्वेस्टरों की आगे की योजना कानूनी सलाह आदि सम्बंधित कार्यवाही में सहयोग करेगी।इसी तरह अन्य प्रोजेक्ट की अलग अलग कमेटियां बनाई जाएगी ।सभी कमेटियां व संघर्ष समिति मिलकर काम करेगी।उसके साथ ब्रोकर्स इन्वेस्टर एकजुट होकर ऐसे बिल्डर्स के खिलाफ संघर्ष जारी रखेंगे।
पिछले सप्ताह इन्वेस्टर रश्मि विजय धामेलिया के साथ बिल्डर्स की बदसलूकी की घटना की निंदा की। रश्मि के पिता ने बताया कि अब बिल्डर उसे पैसा वापस करने के लिए बुला रहा है लेकिन हम संघर्ष समिति के साथ है मैं अब सभी प्रोजेक्ट में फसे लोगो के साथ रहूंगा पैसा मेरा अकेला का नही सबका वापस करना होगा।इसी तरह कई व्यापारियो ने अपनी व्यथा बताई।व्यापारी रौनक कांकरिया ने बताया कि हम सब एकजुट रहेंगे तो बिल्डर्स को सभी इन्वेस्टरों के साथ समाधान के लिए आना ही पड़ेगा। बैठक में संघर्ष समिति के रमेश कामरा,राजेन्द्र भंसाली,कृष्ण मुरारी,महेंद्र पटेल,हरीश परिहार आदि मौजूद रहे।