सूरत,15 नवंबर। लगभग 555 वर्ष पूर्व समाज में फैली हुई कुरीतियो एवं जाति भेद एवं वर्ण भेद की बुराइयों को दूर करने के लिए धन गुरु नानक देव जी ने नए समाज की स्थापना करने का प्रयास प्रारंभ किया एवं सिख धर्म के मार्ग पर सभी को चलने के लिए रास्ता दिखलाया, जहां ऊंच नीच के बिना सभी एक समान एक साथ मिलकर समाज की सेवा करते हैं । गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब सूरत ऐसा ही परम पवित्र धर्म स्थान ( गुरुद्वारा साहिब) है जहां निरंतर समाज की सेवा के कार्य चल रहे हैं । यहां आने वाले सभी श्रद्धालुओं को एक समान सेवा का लाभ प्राप्त होता है और सभी मिलकर सेवा करते हैं भजन कीर्तन करते हैं एवं जीवन लाभ प्राप्त करते हैं।
धन गुरु नानक देव जी के बताए हुए मार्ग पर चलते हुए गुरुद्वारा साहिब में आने वाली दानराशि का सदुपयोग करने के लिए श्री गुरु नानक चैरिटेबल ट्रस्ट के अंतर्गत श्री गुरु नानक धर्मार्थ अस्पताल की स्थापना की गई जहां सूरत एवं आसपास के सभी शहरों से लगभग 1500 रोगी प्रतिदिन नि:शुल्क इलाज एवं न्यूनतम सेवा शुल्क पर दवाइयां एवं सभी प्रकार के जांच की सेवाएं प्राप्त करते हैं एवं गुरु महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
श्री गुरु नानक धर्मार्थ अस्पताल में एक्स-रे , पैथोलॉजी, होम्योपैथी, डेंटल, आंख विभाग, कान – नाक – गला विभाग , सीटी स्कैन विभाग, सोनोग्राफी विभाग, टीबी विभाग,कैंसर , फिजियोथेरेपी विभाग, डायलिसिस विभाग (संपूर्ण निःशुल्क सेवा) जैसी सभी सुविधाएं एक ही स्थान पर न्यूनतम सेवा शुल्क पर उपलब्ध है। शहर के 100 से अधिक नामांकित डॉक्टर अस्पताल में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। श्री गुरु नानक धर्मार्थ अस्पताल में प्रतिवर्ष समय-समय पर निशुल्क रक्तदान एवं आंखों के निशुल्क ऑपरेशन कैंप इत्यादि चलते रहते हैं।