जन भागीदारी से ऑटोमेटिक व्हीकल फिटनेस टेस्टिंग स्टेशनों का निर्माण देश के वाहन क्षेत्र में एक बहुत ही महत्वपूर्ण बदलाव की शुरुआत है : गृह राज्य मंत्री हर्ष भाई संघवी
राज्य सरकार के सहयोग से बीएनडी कंपनी राज्य में लगभग 20 फिटनेस टेस्टिंग स्टेशन स्थापित करेगी
सूरत, 19 फरवरी । कामरेज तालुका अन्तर्गत वलथान नेहा-48, कामरेज-कडोदरा रोड पर पीपीपी आधार पर राज्य के बंदरगाह और परिवहन विभाग द्वारा नव निर्मित देश के पहले स्वचालित वाहन फिटनेस परीक्षण स्टेशन का उदघाटन गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुल्ल पानसेरिया तथा वन और पर्यावरण राज्य मंत्री मुकेश पटेल ने किया।
इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा कि जनभागीदारी से ऑटोमेटिक व्हीकल फिटनेस टेस्टिंग स्टेशनों का निर्माण देश के वाहन क्षेत्र, ऑटोमेटेड फिटनेस मैनेजमेंट सिस्टम और स्क्रेप पॉलिसी में एक बहुत ही महत्वपूर्ण बदलाव की शुरुआत है। केंद्र सरकार के सड़क और परिवहन मंत्रालय ने इसकी घोषणा की थी। इस नीति के तहत एक साल पहले गुजरात सरकार ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए ऑटोमेटिक फिटनेस मैनेजमेंट सिस्टम बनाया और फिटनेस स्टेशनों और स्क्रैप यार्ड के प्राइमरी लेबर के लिए पॉलिसी बनाई । राज्य सरकार के सहयोग से बीएनडी एनर्जी कंपनी द्वारा बनाए गए इस टेस्टिंग स्टेशन से अब वाहनों की त्वरित, उचित और सटीक फिटनेस जांच हो सकेगी।
गृह मंत्री ने कहा कि राज्य के आर्थिक विकास के साथ-साथ वाहनों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है । प्रदेश में अभी 2.21 करोड़ वाहन पंजीकृत हैं। राज्य सरकार वाहन लाइसेंस और वाहन संबंधी कई व्यवस्थाओं को फिजिकल के बजाय ऑनलाइन करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रही है।
मंत्री ने आगे कहा कि जब निजी और व्यवसायिक वाहन माल ढुलाई से जुड़े हों तो अगर वाहन का फिटनेस टेस्ट सही तरीके से नहीं होता है तो यह चालक के लिए खतरनाक है, अगर चालक की जान चली जाती है तो पूरे परिवार का भविष्य अंधेरा हो जाता है। इसलिए राज्य सरकार वाहन चालकों और उनके परिवारों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रख रही है.
हमारे शरीर की फिटनेस की तरह गाड़ी के फिटनेस की भी सही समय पर जांच जरूरी है : शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुल्लभाई पानसेरिया
इस मौके पर शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुल्ल पानसेरिया ने कहा कि मानव शरीर और दिमाग की फिटनेस की तरह सही समय पर वाहन के फिटनेस की जांच जरूरी है क्योंकि जब बस, ट्रक जैसे वाहन का एक्सीडेंट होता है तो उसमें बैठे 50 लोगों की जान खतरे में पड़ जाती है । वाहन की क्षमता वाहनों के नियमों, गति, परीक्षण ब्रेक सिस्टम द्वारा निर्धारित की जाती है । बिना क्षमता वाले वाहनों को दुर्घटना के रूप में पंजीकृत किया जाता है एवं एैसे अनफिट वाहनो को स्क्रेप किया जाना जरूरी हो जाता है ।