लाभ-पंचमी को खुला कपड़ा बाजार,व्यापारियो ने शुभ मूहूर्त मे की पूजा

सूरत, 28अक्टूबर। सूरत के प्रसिद्ध कपड़ा बाजार में दीपावली और धनतेरस की चहल-पहल के बाद लाभ पंचमी पर व्यापारिक गतिविधियों की आंशिक शुरुआत हुई। शहर के लगभग 220 टेक्सटाइल मार्केटों में 70,000 से अधिक व्यापारी हैं, लेकिन आज केवल 15–20% व्यापारियों ने अपनी दुकानें खोलकर लाभ पंचमी की पूजा कर व्यापार की औपचारिक शुरुआत की।काफ़ी प्रवासी व्यापारी अपने वतन और कुछ अपने परिवार बच्चों के साथ घूमने सैर-सपाटे पर भी गए हुए है। रविवार होने के कारण लाभ पंचमी को अधिकांश मार्केटों में मजदूर और स्टाफ की कमी रही। कई दुकानदारों ने शुभ मुहूर्त में पूजा कर 3–4 घंटे के भीतर अपनी दुकानें बंद कर दीं। कैट मे टेक्सटाइल एवं गारमेंट कमेटी के चेयरमैन तथा व्यापार समीक्षक चंपा लाल बोथरा ने बताया कि दीपावली के बाद का यह सप्ताह परंपरागत रूप से “धीमी शुरुआत” वाला होता है, लेकिन इस बार श्रमिकों के गांव लौट जाने के कारण गति और भी कम दिख रही है। कई प्रोसेस हाउस और वैल्यू एडिशन यूनिट्स में फिलहाल लेबर शॉर्टेज रहने की संभावना  है। अनुमान है कि बिहार और पूर्वी भारत से आने वाले अधिकांश मजदूर 14 नवंबर के बाद, बिहार चुनाव समाप्ति के पश्चात ही लौट पाएंगे। अन्य राज्यों से रेल और बस टिकटों की कमी के कारण वापसी में और विलंब होने की संभावना है। लॉजिस्टिक और ट्रांसपोर्ट सेक्टर में भी अभी धीमी चाल देखी जा रही है। दीपावली अवकाश के बाद ट्रांसपोर्ट एजेंसियां धीरे-धीरे संचालन में लौट रही हैं, जिससे माल की आवाजाही अगले 10–15 दिनों में सामान्य होने की उम्मीद है।

खुदरा ग्राहकी भी अभी सीमित है। हालांकि व्यापारी वर्ग के पास दीपावली के गारमेंट फैब्रिक्स और सूट-दुपट्टा आदि का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है, यदि आने वाले सप्ताहों में लग्नसरा और अन्य सीजन की डिमांड मजबूत रहती है, तो व्यापारिक गतिविधियों में पुनः तेजी आने की संभावना है। बाजार सूत्रों के अनुसार, नया प्रोडक्शन और होलसेल ऑर्डर का दौर लगभग 15 दिन बाद, यानी मध्य नवंबर से ही पूरी तरह शुरू होगा। तब तक सूरत का कपड़ा बाजार धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ते हुए चरणबद्ध रूप से सक्रिय रहेगा।