आढ़तिया एसोसिएशन के साथ एसजीटीटीए की संयुक्त बैठक में विमर्श
सूरत, 4 अक्टूबर। साउथ गुजरात टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन (एसजीटीटीए) और आढ़तिया कपड़ा एसोसिएशन (आकाश) की एक संयुक्त बैठक शनिवार को शाम रिंग रोड, कोहिनूर हाउस स्थित एसजीटीटीए की बोर्ड रूम में आयोजित की गई। बैठक में लेट पेमेंट, गुड्स रिर्टन और ले-भागू पार्टियों पर रोकथाम के संबंध में चर्चा की गई। साथ ही एसजीटीटीए के रेफरेंस मोबाइल एप्लिकेशन के संबंध में फीचर्स को लेकर रायशुमारी की गई।
बैठक में एसजीटीटीए के अध्यक्ष सुनील कुमार जैन ने कहा कि एसजीटीटीए जो रेफरेंस एप्लिकेशन लांच करने वाला है, उसमें आढ़तिया एसोसिएशन की अहम भूमिका रहेगी। इस एप में जहां ट्रेडर्स होलसेलर्स को रेटिंग करेंगे वहीं एजेंट-आढ़तिया को उन्हें भी आकलन करने का अधिकार होगा। अभी व्यापार में अच्छा रुझान देखने को मिल रहा है। अचानक पैदा हुई मांग से ग्रे बाजार में तेजी है। प्रोसेस हाउस से कपड़े की आपूर्ति बाधित है, इसका असर दिवाली पर शार्ट-सप्लाइ के रूप में देखने को मिलेगा। साथ ही पेमेंट का दबाव रहेगा। इससे फास्ट पेमेंट वाले व्यापारियों को सूरत में कपड़े की आपूर्ति बेहतर ढंग से हो पाएगी। आढ़तिया एसोसिएशन के उपाध्यक्ष केदारनाथ अग्रवाल ने कहा कि बीते वर्षों के अनुभव को देखते हुए उम्मीद है कि छठ पूजा से पहले पुराना पेमेंट क्लियर हो जाएगा। शार्ट-सप्लाई होने से व्यापार में एक अच्छा सुधार होगा, पेमेंट में भी सुधार होने की उम्मीद है। आढ़तिया एसोसिएशन के सुदर्शन भाई ने कहा कि सूरत में अच्छे व्यापारियों को कपड़े की कमी नहीं होगी। लेट वर्किंग और जीआर अधिक देने वाले व्यापारियों को इस दिवाली को कपड़े की खरीदी में मुश्किल हो सकती है। सूरत में आने वाले व्यापारियों के रेफरेंस की अच्छी से जांच-पड़ताल किए बगैर कपड़ा देने की वजह से पेमेंट की समस्या बड़ी हुई है। चीटर व्यापारियों को इस प्रकार की वर्किंग से प्रोत्साहन मिला है। आढ़तिया एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रह्लाद कुमार अग्रवाल ने कहा कि मौजूदा समय में सीजन के दौरान जो मेला और स्कीम दी जा रही है, उससे व्यापार बाधित हो रहा है। क्षमता से अधिक जब कपड़ा देते हैं तो पेंमेंट अटक जाता है। देशावर के व्यापारियों का व्यापार बाधित होता है तो उसका परिणाम सूरत के व्यापारियों को भी भुगतना पड़ता है। व्यापार हित में ऐसे मामलों में कड़े कदम उठाने की दरकार है। एसजीटीटीए के संतोष माखरिया ने कहा कि रेफरेंस एप्लिकेशन के जरिए प्रोपर व्यापारियों की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे, अच्छे और बुरे व्यापारियों के बीच अंतर कर पाएंगे। व्यापार अब बहुत ही सोच-समझ कर करने का समय है। गुड्स रिर्टन की समस्या लगातार बनी है, लेट पेमेंट से भी सूरत मुक्ति नहीं पा रहा है। एसजीटीटीए के महामंत्री सचिन अग्रवाल ने कहा कि दोनों ही संस्थाएं व्यापारहित में काम कर रही हैं। संयुक्त प्रयास से कपड़ा व्यापार जगत को लाभ होगा। इस अवसर पर अजय मारू, महेश जैन, केदारनाथ, सुर्दशन मातनहेलिया , मोहन कुमार अरोड़ा, प्रदीप केजरीवाल भी मौजूद रहे।