सूरत, 25 अक्टूबर । पिछले हफ्ते मुंबई चर्चगेट से आई पश्चिम रेलवे की विजिलेंस टीम द्वारा अहमदाबाद स्टेशन पर दो चेकिंग स्टाफ को विजिलेंस जांच करने हेतु अनुरोध किया, परंतु दोनो चेकिंग स्टाफ द्वारा विजिलेंस जांच में सहयोग देने से साफ इंकार कर दिया।
गुप्त सूत्रों से पता चला है कि विजिलेंस विभाग के पास यह जानकारी थी कि उक्त दोनों ही चेकिंग स्टाफ यात्रियों को फर्जी रसीद जारी कर यात्रियों से मनचाही वसूली करते है। इस शिकायत की सत्यता की जांच करने हेतु विजिलेंस की टीम द्वारा चेकिंग स्टाफ को अहमदाबाद स्टेशन पर रोककर उनसे उनका रसीद कट्टा एवम् रेलवे तथा प्राइवेट केश विजिलेंस को दिखाने का अनुरोध किया, इस पर दोनो ही टी टी ई विजिलेंस से वाद विवाद करने लगे, और अपना कोई भी दस्तावेज विजिलेंस के समक्ष प्रस्तुत करने से मना कर दिया।
विजिलेंस से असहयोग करने एवम् दस्तावेज नही दिखाने की सूचना जब विजिलेंस के उच्च अधिकारियों को दी गई तो दोनो ही टीटीई को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया।
यह भी सुनने में आया है की दोनो ही चेकिंग स्टाफ के पश्चिम रेलवे के मुख्यालय कार्यालय में पदस्थ प्रधान वाणिज्य प्रबंधक एवम् अन्य समकक्ष अधिकारियों से घनिष्ठ संबध होने के कारण यह आए दिन स्टेशन पर अपनी मनमानी व वसूली का कार्य करते रहते है।