अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के अध्यक्ष अविनाश नाहर के साथ वहां पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने रतन टाटा को स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र एवं ₹ 1.51 लाख का चेक भेंट किया। इस अवसर पर अणुविभा के महासचिव भीखम सुराणा, मुंबई सीमा शुल्क आयुक्त अशोक कुमार कोठारी, अणुविभा के उपाध्यक्ष विनोद कुमार कोठारी और संयुक्त सचिव मनोज सिंघवी उपस्थित थे।
अणुविभा के अध्यक्ष नाहर ने रतन टाटा को अणुविभा पुरस्कार प्रदान करते हुए मानव जाति के प्रति उनके सकारात्मक एवं महत्त्वपूर्ण योगदान की सराहना की और दुनिया के सामने मानवता की एक महान मिसाल पेश करने के लिए पूरे अणुविभा परिवार की ओर से बधाई दी। उन्होंने कहा कि अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण ने रतन टाटा को अपनी शुभकामनाएं भेजी हैं और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की है। रतन टाटा ने अणुव्रत विश्व भारती के प्रति अपना हार्दिक आभार और सम्मान व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है कि पिछले 75 वर्षों से सतत गतिशील अणुव्रत आंदोलन मानवीय एकता, नैतिकता, अहिंसा और सद्भावना के क्षेत्र में व्यापक कार्य कर रहा है। आचार्य तुलसी द्वारा शुरू किए गए इस आंदोलन ने संयुक्त राष्ट्र में भी अपनी विशेष पहचान बनाई है। अणुव्रत पुरस्कारों की एक श्रृंखला में अब तक देश के प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित किया गया है, जिनमें आत्माराम, जैनेंद्र कुमार, शिवाजी भावे, शिवराज पाटिल, नीतीश कुमार, डॉ. ए.पी. जे. अब्दुल कलाम, डॉ. मनमोहनसिंह, टी.एन. शेषन एवं प्रकाश आम्टे आदि शामिल हैं।
इस अवसर पर अणुव्रत प्रतिनिधिमंडल ने रतन टाटा को अणुव्रत साहित्य, ‘अणुव्रत’ और बच्चों का देश’ पत्रिकाओं के विशेष अंक भेंट किये। साथ ही अणुव्रत चुनाव शुद्धि अभियान, अणुव्रत डिजिटल डिटॉक्स, एलिवेट, पर्यावरण शुद्धि अभियान, नशामुक्ति अभियान, जीवन विज्ञान आदि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी।
रतन टाटा ने अणुव्रत आंदोलन के माध्यम से मानव समाज की भलाई के लिए किये जा रहे प्रयासों की सराहना की।