बगैर अनुमति लिये ज्ञापन सौंपने पर बारोट समेत पांच को जीआरपी ने किया डिटेन
सूरत , 11 दिसंबर । पूर्व जेडआरयूसीसी सदस्य एवं कांग्रेस नेता कल्पेश बारोट ने शुक्रवार को आरपीएफ एवं रेलवे उच्चाधिकारियो को एक ज्ञापन सौंप कर सूरत आरपीएफ पर कई गंभीर आरोप लगाये । बगैर अनुमति लिये ज्ञापन देने पर जीआरपी ने पूर्व जेडआरयूसीसी समेत पांच लोगो को डिटेन किया ।
विस्तृत जानकारी के अनुसार पूर्व जेडआरयूसीसी सदस्य एवं कांग्रेस नेता कल्पेश बारोट ने एआरओ एवं आरपीएफ सूरत को एक ज्ञापन सौंपा । सौंपे गये ज्ञापन मे कांग्रेस नेता ने आरपीएफ उप निरिक्षक किरण हठीला पर आरोप लगाया है कि वे अपनी ड्यूटी के दौरान यात्रियो के साथ अभद्र व्यवहार करते है ज्ञापन मे कहा गया है कि आरपीएफ उप निरिक्षक की मिलीभगत से दलाल रेलवे टिकटो की कालाबाजारी कर रहे है एवं सूरत रेलवे स्टेशन स्थित पार्सल कार्यालय से रोजाना लाखों रुपये के पार्सल दूसरे राज्यों में भेजे जाते हैं तथा आरपीएफ द्वारा कोई जांच नहीं की जाती है । सूरत रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर अनाधिकृत फेरियो द्वारा भोजन पैकेट एवं हल्की गुणवत्ता वाली पानी की बोतलें बेची जाती हैं। कल्पेश बारोट ने उपरोक्त आरोपो के सन्दर्भ मे जांच बिठाये जाने एवं संलिप्तता पाये जाने पर उप निरिक्षक के खिलाफ कार्यवाई की मांग की है । ज्ञापन की प्रतियां सूरत जीआरपी एवं स्टेशन अधीक्षक को भी दी गयी है ।
उल्लेखनीय है कि पूर्व जेडआरयूसीसी सदस्य कल्पेश बारोट ने आरपीएफ कार्यालय पर शनिवार को अपरान्ह तीन बजे से सायं पांच बजे तक प्रतीक धरना के लिये लिखित अनुमति मांगी थी लेकिन उनको अनुमति दिया गया । अनुमति नही मिलने के बावजूद रेलवे परिसर मे उनके द्वारा लोगो को इकट्ठा करके ज्ञापन देने पर जीआरपी ने कल्पेश बारोट समेत पांच लोगो को डिटेन किया एवं बाद मे सभी को छोड दिया गया ।