एडिशनल डीजीएफटी वीरेन्द्र सिंह ने की बलसाड जिले मे चीकू, शहद, चमडा उधोग, लैब- ग्रोन डायमंड, एवं आम के निर्यात संभावनाओ पर चर्चा
सूरत, 12 मार्च । भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य मे “आजादी का अमृत महोत्सव” अन्तर्गत निर्यात बंधु योजना के तहत सरीगाम इण्डस्ट्रीज एसोसियेशन की ओर से सरीगाम मे एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे भारी संख्या मे उधमियो तथा कस्टम – सीजीएसटी के अधिकारियो ने हिस्सा लिया ।
“निर्यात बंधु योजना” के तहत सरीगाम मे आयोजित कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सूरत सेज के विकास आयुक्त तथा एडिशनल डीजीएफटी वीरेन्द्र सिंह (आईटीएस ) रहे । कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वीरेन्द्र सिंह ने बलसाड जिले मे प्रचुर मात्रा मे उपलब्ध चीकू, शहद, चमडा उधोग, लैब- ग्रोन डायमंड, एवं आम के निर्यात संभावनाओ पर चर्चा की एवं उधमियो को विस्तृत जानकारी दी । अपने सापुतारा दौरे के अनुभव को साझा करते हुये सिहं ने बताया कि युवा उधमी अब अपने गांव की ओर रूख कर रहे है तथा गांव के लोगो की आय बढाने की दिशा मे उनकी मदद भी कर रहे है ।
सूरत सेज के विकास आयुक्त वीरेन्द्र सिंह के साथ स्पेशिफाईड आफिसर अशोक सिंह, सरीगाम इण्डस्ट्रीज एसो. के पूर्व पदाधिकारी शिरीष देसाई, कस्टम के अपर आयुक्त मनीष चावडा, सीजीएसटी के सहायक आयुक्त जे पी मीना, ईसीजीसी लिमिटेड के अनिल चावन, सरीगाम इण्डस्ट्रीज एसोसियेशन के अध्यक्ष वी डी शिवदासन, डीआईसी के मयूर भाई समेत भारी संख्या मे उधोगपतियो तथा युवा उधमियो ने कार्यक्रम मे हिस्सा लिया । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे के कारण जिलाधिकारी स्वयं इस कार्यक्रम मे उपस्थित नही हो सकें परन्तु डीआईसी के प्रतिनिधि एवं जिला निर्यात समिति के सदस्यो ने कार्यक्रम मे हिस्सा लिया । कार्यक्रम के अंत मे अरिहंतम लाईफ केयर प्राईवेट लिमिटेड के मालिक रविन्द्र सिंह ने लोगो के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया ।उल्लेखनीय है कि औधोगिक ईकाईयो से घिरा सरीगाम, बलसाड जिले का एक छोटा सा कस्बा है । चार सौ हेक्टेयर भूमि पर सरीगाम जीआईडीसी की स्थापना वर्ष 1982 मे की गई थी
सर्वश्रेष्ठ प्रर्दशन के लिये वीरेन्द्र सिंह हुये सम्मानित
कार्यक्रम के दौरान सरीगाम इण्डस्ट्रीज एसोसि़ेशन की ओर से “निर्यात बंधु स्कीम” के तहत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये सुरसेज के विकास आयुक्त वीरेन्द्र सिंह को ट्राफी एवं प्रशस्ति- पत्र देकर सम्मानित किया गया ।