चौतरफा मूल्यवृद्धि से घिरे कपड़ा व्यापार को बचाने के लिए एसजीटीटीए का प्रयास
सूरत , 29 अक्टूबर । कपड़ा व्यापार के हित में उठाए गए कठिन कदमों की दूसरी कड़ी में साउथ गुजरात टेक्स्टाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन (एसजीटीटीए) ने दीपावली के बाद प्रोडक्ट की रेट 50/- से 100/- रुपए बढ़ाने पर सहमति जाहिर की है। बता दें कि संस्था के बोर्ड मेंबर्स की मीटिंग और सूरत कपड़ा बाजार के अधिकांश व्यापारियों ने ग्रे, वीवर्स, मिलों के प्रोसेस चार्ज और पैकिंग मैटेरियल में हुई मूल्यवृद्धि के बाद तैयार कपड़े का मूल्य बढ़ाने के लिए एसजीटीटीए के पदाधिकारियों से उचित मार्गदर्शन और ठोस कदम उठाने की मांग की गई थी।
संस्था की ओर से बताया गया कि कपड़ा उत्पादन के सभी सेक्टर द्वारा की गई चौतरफा और लगातार दाम वृद्धि से ट्रेडर्स के लिए अपना कारोबार बचाना मुश्किल हो गया है। ऐसी विषम परिस्थितियों में टेक्सटाइल क्षेत्र को तर्कसंगत और सर्वस्वीकार्य मार्गदर्शन की आवश्यकता थी। व्यापार को संकट से उबारने के लिए अंततः बिना समय गंवाए एसजीटीटीए के पदाधिकारियों ने कठिन मार्ग को अपनाते हुए व्यापारियों की जरूरत और मांग के अनुरूप प्रोडक्ट की क्वालिटी के अनुरूप 50/- से 100/- बढ़ाने को न्यायसंगत बताते हुए समस्त व्यापारियों से निर्णय पर अमल में सहयोग की अपील की है। जानकारी के अनुसार अक्टूबर माह में प्रोसेस चार्ज में 2 से 3 रुपए, यार्न के रेट में 2 से 6 रुपए, पैकिंग मटेरियल में 10 से 15 फीसदी की मूल्यवृद्धि के बाद भी यह सिलसिला थमा नहीं है। यही नहीं जरी, स्टोन, धागा और विस्कोस के भाव में तेजी भी आसमान छू रही है। वैल्यू एडीशन के रेट भी दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। इन परिस्थितियों में तैयार माल की मूल्यवृद्धि के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है। एसजीटीटीए के पदाधिकारियों ने कपड़ा व्यापारियों से भी कहा है कि अपने प्रोडक्ट की बिक्री रेट क्वालिटी की कसौटी पर कस कर ही बढ़ाएं ताकि उन्हें आगे व्यापार करने में कठिनाई नहीं हो।