शिवलिंग को तैरता देख चकित हुये लोग
भरूच। भरूच जिले के जंबूसर तहसील के कावी -कंबोई स्थित स्तंभेश्वर तीर्थ से कुछ ही दूरी पर मछुआरों को खंभात खाड़ी बंदरगाह के समुद्र में ढाई फुट का तैरता हुआ क्रिस्टल शिवलिंग मिला। अपने आप मे अनोखा शिवलिंग मिलने से यहा पर भक्ति का सागर उमड़ पड़ा।
उल्लेखनीय है कि जंबूसर तालुका के कावी को दक्षिण सोमनाथ कहा जाता है । यहा पर खंभात तीर्थ खाड़ी से समुद्र के पानी में तैरता हुआ एक शिवलिंग मिला, जिसे देखने के लिए शिव भक्तों का तांता लगा हुआ है। भरूच जिले में कई प्रख्यात शिव मंदिर स्थित हैं। बुधवार सुबह जंबूसर तालुका के कावी गांव में रहने वाले कालिदास वाघेला सहित मछुआरे नियमित रूप से मछली पकड़ने के लिए महिसागर संगम साबरमती गए। जब मछुआरे मछली पकड़ रहे थे तो उन्हें जाल में एक भारी वस्तु फंसने पर तैरते हुए शिवलिंग के दर्शन हुए।जब दो मछुआरे युवकों ने उसे जाल से बाहर निकाला, जब वह नहीं उठा तो 12 से अधिक अन्य लोगों ने उसे रस्सी से उठाकर नाव तक पहुंचाया और कावी बंदरगाह पहुंचने पर शिव लिंग मिलने की खबर मिली. यह बात गांव में तेजी से फैली और शिवभक्तों की भीड़ जमा हो गई।
लोगों ने स्वच्छ जल से शिवलिंग का अभिषेक किया तो शेष नाग, शंख और मूर्ति प्रकट हो गये। अनोखे शिव लिंग को देखकर शिवभक्तों ने हर-हर महादेव के जयकारे लगाए। यह ढाई फुट का शिवलिंग स्फटिक पत्थर से बना है।