सूरत , 11 जुलाई । सिंथेटिक और रेयॉन टेक्सटाइल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (एसआरटीईपीसी) ने केंद्रीय कपड़ा मंत्री पियूष गोयल एवं केन्द्रीय कपडा राज्य मंत्री दर्शना जरदोष का मुंबई मे स्वागत किया । हाल ही में नए विभागों के आवंटन के बाद मंत्रियों के साथ एसआरटीईपीसी की यह पहली आधिकारिक बैठक थी ।
एसआरटीईपीसी टीम में धीरज रायचंद शाह, अध्यक्ष एसआरटीईपीसी, भद्रेश एम. डोढिया उपाध्यक्ष और एस. बलाराजू कार्यकारी निदेशक की ओर से मंत्री द्वय का स्वागत किया गया । एसआरटीईपीसी पदाधिकारियो ने देश में मानव निर्मित फाइबर और एमएमएफ मिश्रित वस्त्र क्षेत्र के बारे में मंत्रियो को जानकारी दी ।भद्रेश एम. डोढिया ने बताया कि वैश्विक फाइबर उत्पादन और खपत प्रवृत्तियों पर मानव निर्मित रेशों का प्रभुत्व है। एमएमएफ और प्राकृतिक के बीच वैश्विक फाइबर उत्पादन अनुपात मे 70: 30 है जबकि भारत में यह विपरीत है। एमएमएफ के क्षेत्र में जबरदस्त अवसर है और भारत को इसका सही समय पर दोहन किया जाना चाहिए । भद्रेश एम. डोढिया ने कहा कि टिकाऊ वस्त्र कपड़ा क्षेत्र के लिए भविष्य हैं और सरकार को इस खंड को भी प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। धीरज रायचंद शाह, अध्यक्ष एसआरटीईपीसी ने मंत्रियों को बताया कि निर्यात के लिए आवश्यक अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों को पूरा करने के लिए देश में प्रसंस्करण इकाइयों में सुधार किया जाना है। चूंकि प्रसंस्करण खंड अत्यधिक पूंजी गहन है इसलियेउन्होंने सरकार से एक अलग योजना तैयार करने और देश में अंतरराष्ट्रीय मानक प्रसंस्करण इकाइयों की सुविधा के लिए नीति समर्थन प्रदान करने का आग्रह किया है। चर्चा के दौरान मंत्री ने परिषद से राज्य के अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के साथ प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना की संभावनाओं और सरकार से इसके लिए अपेक्षित अपेक्षित हस्तक्षेप पर एक विस्तृत नोट भेजने का अनुरोध किया ।