बीते सीजन के सामान्य होने के बावजूद व्यापारी आगामी सीजन की तैयारी पर उत्साहित
मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील कुमार जैन ने कहा कि बाजार में तेजी का माहौल नहीं है, लेकिन यह सुखद है कि पूरा कपड़ा बाजार नो-निगेटिव जोन में है। व्यापारी आने वाले तीज-त्योहार की तैयारी अपने-अपने हिसाब बहुत ही संभल कर रहे हैं। रेडी फैब्रिक्स में मांग की वजह से व्यापारियों को अच्छी कीमत मिल रही है। देशावर से लेकर सूरत के व्यापारियों का स्टॉक खाली है। इसी वजह से आने वाली दीपावली तक हमें एक अच्छे बाजार, व्यापार की उम्मीद दिखाई देती है, दीपावली रोशन नजर आती है। मीटिंग में व्यापारियों ने गार्मेंट के संबंध में सभी लोग एक बात पर सहमत नजर आए कि सूरत गार्मेंट की दिशा में एक-एक कदम बढ़ाता जा रहा है। सूरत साड़ी और ड्रेस मटिरियल्स फैब्रिक्स में नाम कमाया है, आने वाले कुछ ही वर्षों में सूरत गार्मेंट का हब होगा। व्यापारियों ने चिंता जताई की सूरत में कपड़ा तो बनता है, लेकिन स्टिचिंग किसी अन्य मंडी में होता है, इसलिए इस कमी को शीघ्र पूरा करने में सूरत अग्रसर है। सूरत के लहंगा का उल्लेख करते हुए व्यापरियों का मत था कि जिस तरह से व्यापारी इसकी तैयारी कर रहे हैं, लहंगा का मार्केट ऊंचाई पर पहुंचेगा। ग्रे मार्केट की तेजी का जिक्र करते हुए इस बात का जिक्र किया गया कि व्यापारियों को ग्रे की खरीदी संभल कर करने की जरूरत है। बोर्ड मीटिंग में यह बात भी सामने आई कि जहां एक ओर देशावर मंडी में व्यापारी खाली है, ट्रांसपोर्ट में पार्सल नहीं हैं, वहीं सूरत के व्यापारियों को गोदाम खाली है। इस वजह से आगे व्यापार में अच्छी उम्मीद बनती है। एमएसएमई के विषय में बोर्ड डायरेक्टर्स इस बात पर सहमत थे कि चुनावों के बाद एमएसएमई को सुधार के साथ क्रियान्वयन कराना जरूरी है। साथ ही सरकार कम्प्लाइंस में सख्ती बरत रही है, व्यापारियों को पिछले वर्षों के नोटिस मिल रहे हैं। ट्रेडर्स से सरकार के इस कम्प्लाइसं को सतर्कता से पूरी करने को कहा गया जिससे आने वाली समस्याओं से बचा जा सके।
मीटिंग का संचालन महामंत्री सचिन अग्रवाल ने किया एवं सकंलन सुनील मित्तल ने किया। इस अवसर पर संतोष माखरिया, अजय अजमेरा, संजय अग्रवाल, प्रदीप केजरीवाल, सुरेन्द्र जैन, अजय मारू, मोहन कुमार अरोरा, महेश जैन द्वारा विचार व्यक्त किया गया।