वर्षों बाद मार्च में पेमेंट की लगी झड़ी: सुनील कुमार जैन

एसजीटीटीए की बोर्ड मीटिंग में व्यापारियों ने की खुशी जाहिर

सूरत,4अप्रैल। साउथ गुजरात टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन (एसजीटीटीए) की बोर्ड मीटिंग में  मार्च माह में कमजोर ग्राहकी के बाद भी पेमेंट की रफ्तार रहने पर खुशी जाहिर की गई। बोर्ड डायरेक्टर्स ने बताया कि मार्च के अंतिम पखवाड़े में व्यापारियों के पुराने-नए सभी तरह के पेमेंट बड़ी मात्रा में मिले, जिससे उनके चेहरे खिल उठे हैं।

एसजीटीटीए के बोर्ड रूम में गत दिनों सम्पन्न हुई मासिक बोर्ड मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए संस्था के अध्यक्ष सुनील कुमार जैन ने नए वित्तीय वर्ष पर सभी के अच्छे स्वास्थ्य और व्यापारी की कामना की। उन्होंने कहा कि एमएसएमई की जनवरी से मार्च की यात्रा के दौरान व्यापार में ग्राहकी का थोड़ा नुकसान जरूर हुआ। परन्तु गुड्स रिटर्न का डर भ्रामक साबित हुआ। आशंका के विपरीत गुड्स रिटर्न बहुत अधिक नहीं आया है। पेमेंट की स्थिति पर उन्होंने कहा कि मार्च के तीसरे और चौथे सप्ताह में पेमेंट की बाढ़ सी आ गई। फरवरी और मार्च में रिटेल बाजार में ग्राहकी कमजोर रही है। बावजूद इसके पेमेंट की जो रफ्तार देखने को मिली वह आशा से भी अधिक है। एमएसएमई के प्रभाव के संबंध में उन्होंने कहा कि वर्ष 2024-25 में  व्यापार अनुमानतः 25 पर्सेंट कम होगा। होलसेलर से लेकर रिटेलर तक अब जरूरत के हिसाब से कपड़ा खरीदता नजर आ रहा है। हर स्तर पर संभलकर व्यापार होने लगा है। इस कारण से व्यापार थोड़ा कम होगा। मगर स्वच्छ होगा।  चुनाव के बाद नई सरकार के गठन के साथ ही एमएसएमई के सुधार के लिए एसजीटीटीए अपनी पूरी ताकत लगाएगी। जब भी आवश्यक होगा संस्था संबंधित मंत्रालयों के संपर्क में रहेगी।

एमएसएमई में सुधार की मुहिम जारी रखनी होगी: सचिन अग्रवाल

महामंत्री सचिन अग्रवाल ने कहा कि एमएसएमई में सुधार की मुहिम संस्था को जारी रखनी होगी। ट्रेडर्स भाइयों ने एमएसएमई के मद्देनजर अपनी कैटेगरी बदली है उसकी स्थिति डिपार्टमेंट की ओर से अभी क्लियर नहीं है। यह एक बड़ा सवाल है।  रिफरेंस एप की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से हमें इसका प्रचार प्रसार करने की आवश्यकता है। सूरत के अच्छे ट्रेडर्स भाई, एजेंट और आढ़तिया साथ ही दिसावर के व्यापारी हमें वीडियो उपलब्थ कराते हैं तो इसके सुखद परिणाम सामने आएंगे।
 मीटिंग में  आशीष मल्होत्रा, संतोष माखरिया, राम खंडेलवाल, छीतरमल जैन, प्रदीप केजरीवाल, सुदर्शन मातलहेलिया ने भी अपने विचार रखे। अंत में मीटिंग का समन्वय कर रहे सुनील मित्तल ने भी अपनी बात रखी और सभी का आभार व्यक्त किया।