रेफरेंस एप से व्यापारियों की जान सकते हैं कच्चा-चिट्ठा : सुनील जैन

रघुकुल मार्केट में व्यापार पर चर्चा के साथ रेफरेंस एप की दी गई जानकारी

सूरत, 4 जनवरी। साउथ गुजरात टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन (एसजीटीटीए) और रघुकुल मार्केट एसोसिएशन की ओर से बुधवार को कमेला दरवाजा स्थित रघुकुल मार्केट में कपड़ा व्यापारियों के साथ व्यापार पर चर्चा समेत रिफरेंस एप्लिकेशन के संबंध में जानकारी प्रदान की गई। इसमें कपड़ा व्यापार के विभिन्न घटक भी शामिल हुए।

चर्चा में रघुकुल मार्केट के अध्यक्ष श्रवण मांगोतिया ने कहा कि आज व्यापार में जिस मुश्किलों का सामाना हो रहा है, उसके निदान के लिए एसजीटीटीए ने एक रेफरेंस एप लांच किया गया है। इस मीटिंग के जरिए सभी तक इसकी खासियतों को पहुंचाना उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि रघुकुल मार्केट में हर शुक्रवार को व्यापारियों के पेमेंट फंसने को लेकर एक मीटिंग की जाती है। इसमें सिर्फ रघुकुल मार्केट के व्यापारी ही शामिल हो रहे हैं और इनकी समस्याओं का बेहतर ढंग से समाधान हो रहा है।

एसजीटीटीए के अध्यक्ष सुनील जैन ने रेफरेंस एप के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि इस एप में जाकर हम किसी भी व्यापारी के कच्चा-चिठ्ठा को जान सकते हैं। सुनील जैन ने कहा कि कोविड के बाद हमारा व्यापार उतार-चढ़ाव के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने आशा जतायी कि व्यापार में कई मुश्किले हैं, लेकिन इसके बावजूद कपड़े का व्यापार कल भी अच्छा था, आज भी अच्छा है और भविष्य में भी अच्छा रहेगा। जैन ने कहा कि एसजीटीटीए मासिक समीक्षा बैठक करती है, जिसमें सभी व्यापारी कपड़ा व्यापार से संबंधित समस्याएं, गुड्स रिटर्न, पेमेंट संबंधित मामलों आदि विषयों पर चर्चा होती है। साथ ही इन समस्याओं को लेकर एसजीटीटीए ने दो-तीन साल से जो प्रयास किए हैं, इससे व्यापारियों में जागरूकता आई है। लेट पेमेंट में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि अभी का दौर डायवर्जन के लिए सही समय है। सूरत के टेक्सटाइल व्यापारियों में से कई ने इसी क्षेत्र के दूसरे आयामों को चुना है। जैन ने सूरत की पेमेंट फंसने की समस्या का जिक्र करते हुए कहा कि सूरत के करोड़ों रुपये हमलोग फंसते हुए देख रहे हैं। इसके बावजूद हम अनदेखी करते हुए कुछ नहीं कर पा रहे हैं। संस्था इस समस्या को लेकर ही रेफरेंस एप लेकर व्यापारियों को जागरूक कर रही है।

एसजीटीटीए के महामंत्री सचिन अग्रवाल ने रेफरेंस एप के बारे में जानकारी दी। अग्रवाल ने कहा कि इसके जरिए व्यापार, जीआर, आर्थिक स्थिति और व्यापारी कितने समय से व्यापार कर रहा है, आदि सभी कुछ जाना जा सकते हैं। व्यापारियों की दी गई रेटिंग भी गुप्त रखी जाएगी।  उन्होंने कहा कि सूरत का कपड़ा व्यापार आज तक रेफरेंस से चलते आया है। सूरत के इतने बड़े और फैले हुए कारोबार के कारण व्यापारियों का रेफरेंस ढूढ़ना जटिल हो चुका है। लेकिन, एसजीटीटीए के इस  रेफरेंस एप के जरिए यह जानकारी जुटाना आसान हो गया है। कार्यक्रम में व्यापारियों ने सवाल-जवाब भी किए, जिसका एसजीटीटीएस की ओर से समाधान पेश किया गया।

चर्चा में रघुकुल मार्केट के महामंत्री अशोक सिंघल, अनिल अग्रवाल, अवधेश टिकमानी, गुलाबभाई (कयान प्रिंट), विपिन जालान, अजयभाई, आढ़तिया एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रह्लाद अग्रवाल, केदार, एसजीटीटीए के सुरेन्द्र जैन, मोहन कुमार अरोरा, महेश जैन, सारंग जालान, प्रदीप केजरीवाल, प्रह्लाद गर्ग, रामभाई, जयप्रकाश छापरिया (पप्पूजी), सुर्दशन मातनहेरिया समेत बड़ी संख्या में कपड़ा व्यापारी शामिल हुए।