भारत का ग्लोबल सिंथेटिक्स गारमेंट हब बनें सूरत- चंपालाल बोथरा

कैट ने की सरकार से अंतरिम एक्सपोर्ट सरंक्षण योजना बनाने की मांग- चम्पालाल बोथरा

सूरत, 12 अप्रैल। कन्फ़ेड्रेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट)के टेक्सटाइल & गारमेंट कमेटी के राष्ट्रीय चेयरमैन चम्पालाल बोथरा ने कहा कि अमेरिका द्वारा हाल ही मे लागू किये गये टैरिफ नीतियों से भारत के कपड़ा उधोग को महत्वपूर्ण अवसर प्राप्त हो रहे है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी, वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय पीयूष गोयल जी, कपड़ा मंत्री  गिरिराज सिंह, चाँदनी चौक नई दिल्ली सांसद प्रवीण खंडेलवाल और गुजरात के मुख्य मंत्री भूपेंद्र पटेल तथा केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल को पत्र भेजे गये पत्र मे बोथरा ने कहा है कि अमेरिका द्वारा हाल ही में लागू किए गए टैरिफ नीतियों से भारत के कपड़ा उद्योग को महत्वपूर्ण अवसर प्राप्त हो रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आयातित वस्त्रों पर 145% तक का टैरिफ लगाया है, जबकि भारत पर यह दर 90 दिनों के लिए 26% से घटाकर 10% कर दी गई है इससे भारतीय कपड़ा उत्पाद अमेरिकी बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धी हो गए हैं, जिससे निर्यात में वृद्धि की संभावना है ।इस अस्थायी राहत का अवसर बहुत ही महत्वपूर्ण है लेकिन  भारत सरकार एक अंतरिम एक्सपोर्ट  संरक्षण योजना को लाए ताकि उद्योग को दीर्घकालिक स्थिरता मिल सके । साथ ही अमेरिका ने बातचीत करने की कनसेशन लिस्ट में भी भारत को रखा है इससे उम्मीद है कि आगे भी सरकार का रवैया हमारे लिए आपसी उद्योग को बढ़ावा देने वाला रहेगा ।इस नीति परिवर्तन से भारत को अमेरिका में अपने कपड़ा निर्यात को बढ़ाने का अवसर मिला है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत हो सकते हैं।

विभिन्न मंत्रालयो को भेजे गये पत्र मे कैट के टेक्सटाईल एवं गारमेंट कमेटी के चेयरमैन चंपालाल बोथरा ने कहा कि सूरत भारत का सबसे बड़ा सिंथेटिक फैब्रिक हब है। आज 60% से अधिक पॉलिएस्टर और सिंथेटिक उत्पादन यहीं से होता है। लाखों MSME इकाइयाँ और करोड़ों लोगों की आजीविका इससे जुड़ी हुई है। केंद्र सरकार  और राज्य सरकार की सहायता से सूरत भारत का “ग्लोबल सिंथेटिक गारमेंट हब” बन सकता है एवं सरकार की प्राथमिकता सूरत कपड़ा बाज़ार को नए आयाम और अवसर दिला सकता है।