भगवान राम के गुणों को छोटे बच्चो तक पहुचानें मे “रामाथान” एक अच्छा माध्यम : विकास आयुक्त

सूरत, ,4 अप्रैल । बीते रविवार को मगदल्ला रोड स्थित रैनबो रिसोर्ट में आयोजित किड्स मैराथन ‘रामथॉन इवेंट’ में मुख्य अतिथि वीरेन्द्र सिंह ने अपने संबोधन मे सर्व धर्म सम-भाव पर प्रकाश डाला और कहा कि आज के समय मे मोबाईल फोन तक‌ सीमीत बच्चो को मैदान मे वापस लाने एवं भगवान राम के आदर्श एवं उनके गुणों को छोटे बच्चो तक पहुचाने के लिये “रामाथान” एक अच्छा माध्यम है ।

विस्तृत जानकारी के अनुसार भारतीय संस्कृति को जन- जन तक पहुचांने एवं समाज मे एकता की भावना जगाने के लिए दो अप्रैल रविवार को मगदल्ला स्थित रैनबो रिसोर्ट मे “रामाथान” का आयोजन किया गया जिसमे विभिन्न धर्मों के 11 साल तक के बच्चो ने उत्साहपूर्वक भाग लिया । बच्चों ने भगवान राम के आदर्श एवं उनके गुणों पर आधारित प्रेरक जीवन घटनाओं पर अपनी प्रस्तुति दी । रामाथान में बच्चों ने उत्साहपूर्वक 200 मीटर, 400 मीटर और 600 मीटर दौड़ लगाई। रामाथान मे छोटे बच्चों के साथ उनके माता पिता ने भी हिस्सा लिया ।

सेज के डेवलपमेंट कमिश्वर एवं डीजीएफटी के एडिशनल डायरेक्टर वीरेन्द्र सिंह (आईटीएस ) इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे । मैराथन में भाग लेने वाले बच्चों को टी-शर्ट, मैडल, सर्टिफिकेट और रिफ्रेशमेंट देकर प्रोत्साहित किया गया। इंटरनेशनल चिल्ड्रेन्स फोरम एवं मोबाइल एडिक्शन क्लिनिक संस्था के सदस्य,अभिभावक एवं बाल प्रतियोगी इस मौके पर भारी संख्या मे उपस्थित थे। सेज के डेवलपमेंट कमिश्वर वीरेन्द्र सिंह ने इस अवसर पर सूरत की 13 वर्षीया भाविका माहेश्वरी द्वारा लिखित पुस्तक “श्री राम की 21वीं सदी की प्रासंगिकता” का विमोचन किया। तेरह वर्षीया भाविका माहेश्वरी अंतर्राष्ट्रीय बाल मंच की संस्थापक के‌ साथ ही बाल कथा वाचक एवं सबसे कम उम्र की प्रेरक वक्ता हैं।

अपने संबोधन मे वीरेन्द्र सिंह ने श्री राम के जीवन पर प्रेरक भाषण दिया । उन्होने कहा कि उनके बताए रास्ते पर चलने से जीवन का मूल्यवान पाठ सीखा जा सकता है एैसे आयोजनो मे युवा उद्यमियों को भी भारी संख्या में भाग लेने के लिए उन्होने आह्वान किया । अपने संबोधन मे सिंह ने अपने देश की निर्यात संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला और कहा कि सूरत ने निर्यात के मामले में अहमदाबाद को पीछे छोड़ दिया है।