फूड एंड एग्रीटेक एक्सपो मे उमडी लोगो की भीड़

दो दिनों में लगभग 10700 लोगों ने प्रदर्शनी का दौरा किया

सूरत, 26 फरवरी । सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, सदर्न गुजरात चैंबर आफ ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट सेंटर और एमएसएमई आयुक्तालय गुजरात राज्य, गुजरात एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन लिमिटेड और नेशनल एससी-एसटी हब  के संयुक्त तत्वावधान मे सरसाणा स्थित सूरत इंटरनेशनल एक्जिबिशन एॉड कंवेंशन सेंटर मे दिनांक 25 फरवरी से 27 फरवरी तक चल रहे ‘फूड एंड एग्रीटेक एक्सपो-2023’ मे आज रविवार को जबरदस्त भीड उमड पडी । भारी भीड को देखते हुये प्रर्दशनी का समय सुबह 10 बजे से सायं 6 बजे से एक घंटा बढाकर सायं‌ सात बजे तक कर दिया गया‌।  सोमवार को यह प्रर्दशनी सायं सात बजे तक चलेगी ।

चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष हिमांशु बोडावाला ने बताया कि इस प्रदर्शनी में कुछ स्टालों से महिलाओं को गृह उद्योग से लेकर युवा उद्यमियों को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में नया उद्यम शुरू करने के लिए मार्गदर्शन मिल रहा है। प्रदर्शनी में व्यवसाय शुरू करने के लिए बैंकों द्वारा दिए जाने वाले कर्ज की जानकारी भी दी जा रही है। विशेष रूप से युवा उद्यमी जो बेकरी उत्पाद बनाने के लिए एक छोटा व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, उनके लिए 3 लाख रुपये से लेकर 10-15 लाख रुपये तक की परियोजना संबंधी जानकारी भी प्रदर्शनी में उपलब्ध है।  यू-ट्यूब पर बेकरी उत्पाद बनाने की मशीनरी की जानकारी खोज रहे युवा इस प्रदर्शनी में स्वयं जाकर विभिन्न बेकरी उत्पादों और प्लांट लगाने से संबंधित जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।

लोग अब ऑर्गेनिक फूड की तरफ आकर्षित हो रहे हैं।  प्रदर्शनी में जैविक चावल, नगली, साबुत उडद, उदर दाल, भागर (मोराओ), खरसानी, बजरी, ज्वार और रागी आदि सीधे बेचे जा रहे हैं, जिसमें ज्यादातर सुरतियों की भीड़ रहती है।  इसके अलावा स्टॉल धारकों द्वारा नमकीन व बेकरी आइटम में तरह-तरह के ऑफर देने वालों के स्टाल लगे है जिन पर लोगो की भीड़ भी उमड़ रही है।

भारत सरकार द्वारा बाजरा को बढ़ावा दिया जा रहा है, इसलिए बाजरा में शामिल अधिकांश प्राकृतिक कृषि उत्पादों को इस प्रदर्शनी में सीधे प्रदर्शित और बेचा जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि आज रविवार को दूसरे दिन 8200 से ज्यादा लोग परिवार के साथ प्रर्दशनी देखने पहुंचे । दो दिनो मे कुल 10,700 लोगों ने प्रदर्शनी का दौरा किया और खरीदारी की।

प्रदर्शनी में टीटीओडी नामक सॉफ्टवेयर के बारे में भी जानकारी दी जा रही है, जिसे किसानों को सीधे लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।  यह सॉफ्टवेयर पूरे भारत में किसी भी किसान से रसायन मुक्त शुद्ध जैविक कृषि उपज खरीदने के लिए एक मंच प्रदान करता है। टीटीओडी‌ ऐप से खाना ऑर्गेनिक है या नहीं? इसकी जांच भी की जा सकती है और खरीदार के किसान और जैविक खाद्य आपूर्तिकर्ताओं के साथ एक-से-एक बातचीत की जा सकती है। इस माध्यम से खरीदे गए जैविक खाद्य का भुगतान सीधे किसानों के बैंक खाते में किया जाता है।