वाराणसी, 21 दिसंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 19,150 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित किया।
इन परियोजनाओं में अन्य रेल परियोजनाओं के साथ लगभग 10,900 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नये पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर- न्यू भाऊपुर डेडिकेटेड फ्रेड कॉरिडोर परियोजना का उद्घाटन शामिल है। उन्होंने वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, दोहरीघाट-मऊ मेमू ट्रेन और नये समर्पित फ्रेड कॉरिडोर पर दो लॉन्ग हॉल मालगाड़ियों को रवाना किया। उन्होंने बनारस लोकोमोटिव वर्क्स द्वारा निर्मित 10,000वें इंजन को भी हरी झंडी दिखाई। श्री मोदी ने 370 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से दो रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) निर्माण के साथ-साथ ग्रीन-फील्ड शिवपुर-फुलवरिया-लहरतारा मार्ग का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन की जाने वाली अन्य प्रमुख परियोजनाओं में 20 सड़कों का सुदृढ़ीकरण और उन्हें चौड़ा करना शामिल है, कैथी गांव में संगम घाट रोड और पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में आवासीय भवनों का निर्माण, पुलिस लाइन और पीएसी भुल्लनपुर में 200 और 150 बेड के दो बहुमंजिला बैरक भवन, 9 स्थानों पर स्मार्ट बस शेल्टर और अलईपुर में 132 किलोवाट का सबस्टेशन शामिल है। उन्होंने स्मार्ट सिटी मिशन के तहत एकीकृत पर्यटक पास प्रणाली का शुभारंभ भी किया।
प्रधानमंत्री ने 6500 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जिसमें लगभग 4000 करोड़ रुपये की लागत से चित्रकूट जिले में 800 मेगावाट का सौर पार्क और 1050 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से मिर्ज़ापुर में नया पेट्रोलियम तेल टर्मिनल बनाया जाएगा। इसमें 900 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से वाराणसी-भदोही राष्ट्रीय राजमार्ग 731 बी (पैकेज-2) का चौड़ीकरण; 280 करोड़ रुपये की लागत से जल जीवन मिशन के तहत 69 ग्रामीण पेयजल योजनाएं और विभिन्न अन्य स्वास्थ्य क्षेत्र की परियोजनाएं भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए देव दीपावली के दौरान सर्वाधिक संख्या में दीये जलाने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए वाराणसी के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भले ही वह प्रत्यक्ष रूप से इस विहंगम दृश्य का अनुभव करने के लिए उपस्थित नहीं थे लेकिन विदेशी गणमान्य व्यक्तियों और पर्यटकों सहित वाराणसी आने वाले लोगों ने उन्हें अपडेट रखा। उन्होंने कहा कि जब वाराणसी के लोगों की प्रशंसा की जाती है तो उन्हें गर्व का अनुभव होता है। श्री मोदी ने कहा कि भगवान महादेव की भूमि की सेवा के लिए समर्पण मुझे कम ही लगता है।
प्रधानमंत्री ने लगभग 20,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के समय अपने संबोधन में कहा कि जब काशी समृद्ध होती है तो यूपी समृद्ध होता है और जब यूपी समृद्ध होता है तो देश समृद्ध होता है। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन के समय मुझे इसी विश्वास की अनुभूति हो रही है। श्री मोदी ने वाराणसी के गांवों में जलापूर्ति, बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में क्रिटिकल केयर यूनिट, सड़क, रेलवे, हवाई अड्डे, बिजली, सौर ऊर्जा, गंगा घाट और कई अन्य क्षेत्रों का उल्लेख किया और कहा कि इससे क्षेत्र में विकास की गति को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कल शाम काशी-कन्याकुमारी तमिल संगमम् ट्रेन रवाना करने का उल्लेख करते हुए आज वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस और दोहरीघाट-मऊ मेमू ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने का भी जिक्र किया। उन्होंने आज की विकास परियोजनाओं के लिए सभी नागरिकों को बधाई दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “पूरे देश के साथ काशी भी विकसित भारत के संकल्प के लिए प्रतिबद्ध है।” उन्होंने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा हजारों गांवों और शहरों तक पहुंच गई है, जहां करोड़ों नागरिक इससे जुड़ रहे हैं। श्री मोदी ने वाराणसी में विकसित भारत संकल्प यात्रा में शामिल होने का उल्लेख किया और कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा (वीबीएसवाई) वैन को लोग ‘मोदी की गारंटी की गाड़ी’ कहते हैं। उन्होंने कहा, “सरकार का लक्ष्य उन सभी पात्र नागरिकों को सरकारी योजनाओं में शामिल करना है जो इसके हकदार हैं।” प्रधानमंत्री ने इस पर बल देते हुए कहा कि यह वह सरकार है जो नागरिकों तक संपर्क साध रही है, न कि उनसे अलग-थलग हो रही है। प्रधानमंत्री ने कहा, “मोदी की गारंटी की गाड़ी सुपर हिट है।” उन्होंने कहा कि जो लाभार्थी जो पहले सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से वंचित रह गए थे, उन्हें वाराणसी में वीबीएसवाई से जोड़ा गया है। उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान प्राप्त आयुष्मान कार्ड, मुफ्त राशन कार्ड, पक्के मकान, नल के पानी के कनेक्शन और उज्ज्वला गैस कनेक्शन जैसी सुविधाओं का उदाहरण दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा ने लोगों में किसी भी अन्य माध्यम से अधिक लोगों में विश्वास कायम किया है। इस विश्वास ने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को सुदृढ़ किया है। प्रधानमंत्री ने आंगनवाड़ी के बच्चों के आत्मविश्वास पर संतोष व्यक्त किया और अपनी विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान एक लाभार्थी और लखपति दीदी श्रीमती चंदा देवी के साथ उनकी बातचीत की भी सराहना की। विकसित भारत संकल्प यात्रा से अपने ज्ञानवर्धन के अनुभव के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा, “विकसित भारत संकल्प यात्रा सार्वजनिक क्षेत्र में काम करने वालों के लिए एक यात्रा विश्वविद्यालय का अनुभव प्रदान करती है।”
प्रधानमंत्री ने शहर के सौंदर्यीकरण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आस्था और पर्यटन के केंद्र के रूप में काशी की महिमा दिन-प्रतिदिन निखर रही है। उन्होंने कहा कि काशी में पर्यटन रोजगार के नए रास्ते सृजित कर रहा है क्योंकि जीर्णोद्धार के बाद 13 करोड़ से अधिक भक्तों ने काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन किए हैं। उन्होंने स्वाधीनता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को दिये गये संबोधन में दिये गये संदेश की भी याद दिलाई, जब उन्होंने देशवासियों का आह्वान किया था कि वे विदेश जाने की योजना बनाने से पूर्व 15 घरेलू पर्यटन स्थलों की यात्रा करें। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि लोग घरेलू पर्यटन को अपना रहे हैं। प्रधानमंत्री ने स्मार्ट सिटी मिशन के तहत एकीकृत पर्यटक पास प्रणाली और शहर के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए पर्यटक वेबसाइट ‘काशी’ लॉन्च करने सहित पर्यटन सुविधाओं में सुधार के लिए कदमों की जानकारी दी। उन्होंने गंगा घाटों पर नवीकरण कार्य शुरू करने, आधुनिक बस शेल्टर, हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन पर सुविधाओं का भी उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेलवे से संबंधित परियोजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए, समर्पित पूर्वी और पश्चिमी माल ढुलाई गलियारों, न्यू पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर-न्यू भौपुर के उद्घाटन के बारे में बात की। प्रधानमंत्री ने स्थानीय कारखाने में निर्मित 10000वें रेलवे इंजन के संचालन पर भी प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने सौर-ऊर्जा क्षेत्र में डबल इंजन सरकार के प्रयासों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि चित्रकूट में 800 मेगावाट का सौर ऊर्जा पार्क उत्तर प्रदेश में विश्वसनीय बिजली आपूर्ति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का एक उदाहरण है। श्री मोदी ने कहा कि देवराई और मिर्ज़ापुर में सुविधाएं राज्य में पेट्रोल डीजल, बायो-सीएनजी और इथेनॉल प्रसंस्करण के संबंध में पेट्रोलियम उत्पादों की आवश्यकता को पूरा करेंगी।