पूर्वोत्तर हिन्दी शिखर सम्मान से सम्मानित हुए अभिमन्यु

शिलांग, 7जून। १९वें लेखक मिलन शिविर शिलांग२०२५में देश-विदेश में हिन्दी के प्रचार-प्रसार में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कवि साहित्यकार सार्जेंट अभिमन्यु पाण्डेय ‘मन्नू’ को पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी शिखर सम्मान से सम्मानित किया गया।

अध्यक्षता कर रहे अकादमी के अध्यक्ष विमल बजाज मुख्य अतिथि मेघालय सरकार में सचिव डा बी बी तिवारी विशिष्ट अतिथि मनीपुर विश्वविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष डा सुशील कुमार शर्मा, अतिथि डिग्री कालेज एटा उत्तर प्रदेश की अवकाश प्राप्त हिन्दी विभागाध्यक्ष डा सुनीता सक्सेना ने कवि ‘मन्नू’ को  माला,अंग वस्त्र, स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र प्रदान किये। इस अवसर पर शिविर आयोजक अकादमी के सचिव अकेला भाइ, संरक्षक गण मनोज मोदी,सत्य नारायण बेनीवाल, पुरुषोत्तम दास चोखानी,कुंज बिहारी अजमेरा, हीरेन्द्र गौतम विद्यासागर, ध्रुव पाण्डेय,इंजि आलोक जोशी, डा तृप्ति जोशी, गायत्री पाण्डेय,  डा शांति कोकिला, डा इंदुमती,डा नवजोत भनोट , सूबेदार नन्द किशोर साहू, नरेंद्र त्यागी, मोहन प्रताप डा अभय कुमार आदि १८ प्रदेशों से पधारे कवि साहित्यकार उपस्थित रहे।

इस साहित्यिक उपलब्धि पर डा उमाकांत राय, डा राम नरेश दुबे,डा प्रेमचंद सिंह,जितेन्द्र पाण्डेय जौहर,अवध किशोर अवधू, भूपेन्द्र राय गंवार,मनंजय तिवारी निर्मल,आकाश महेश पुरी, राजकुमार भट्ट बावरा, ओम् प्रकाश द्विवेदी ओम्,मदन मोहन पाण्डेय, मधुसूदन पाण्डेय, रमापति रसिया, सत्य प्रकाश शुक्ल बाबा, मोहन पाण्डेय भ्रमर आदि साहित्यकारों ने प्रसन्नता व्यक्त की है।

१९९० में स्थापित पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी  पूर्वोत्तर भारत में हिन्दी के प्रचार-प्रसार हेतु संगोष्ठियां, नि: शुल्क देवनागरी प्रशिक्षण व कम्प्यूटर प्रशिक्षण की व्यवस्था , कविता कहानी लेखन प्रशिक्षण सांस्कृतिक आदान-प्रदान,अन्य भाषाओं से हिन्दी में अनुवाद, पुस्तक प्रकाशन, भारत के कोने-कोने से चुने हुए साहित्यकारों का सम्मान, पर्यटन को बढ़ावा,आदि से राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देती है। राष्ट्रीय आय की वृद्धि में सहायक बनती है।