निरिक्षक बर्खास्तगी प्रकरण मे अलग-अलग आयुक्तालयों पर अधिकारियों ने किया विरोध- प्रदर्शन,बांधी काली पट्टी

वड़ोदरा,23 मार्च। देश भर में विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने शुक्रवार को सीजीएसटी के प्रधान मुख्य आयुक्त के सामने अपना विरोध प्रकट किया। प्रधानमंत्री के भ्रष्टाचार हटाओ अभियान के तहत कर्मचारी संघ के बैनर तले भारी संख्या मे विभागीय अधिकारी शुक्रवार को सामने आयें। शुक्रवार को देश भर के केंद्रीय वस्तु और सेवा कर विभाग के अधीक्षक और निरीक्षक संघ के सदस्यगण बड़ी संख्या में देश के विभिन्न जीएसटी भवनों में काले पट्टे पहनकर एकता का प्रदर्शन किया।

विरोध- प्रदर्शन के दौरान कहा गया कि अभिजात श्रीवास्तव को बर्खास्त: उन्हें प्रशासन और प्रणाली में गलत व्यवहार और अन्य गलत प्रथाओं के खिलाफ आवाज़ उठाने पर सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।

आंदोलन को और तेज किया जायेगा- निरिक्षक संघ अध्यक्ष

निरीक्षक संघ के अध्यक्ष नवीन ने बताया कि उन्होंने के पी सिंह, मुख्य आयुक्त, केंद्रीय वस्तु और सेवा कर, लखनऊ द्वारा जारी बर्खास्तगी के मनमाने आदेश दिनांक 12.03.2024 के जवाब में 22 मार्च 2024 को शांतिपूर्ण सभा का आयोजन किया है, जिसमें भारी संख्या मे अधीक्षक और निरीक्षकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।उन्होने कहा कि बर्खास्तगी के आदेश के कारण अधीक्षकों और निरीक्षकों में भारी रोष है। अतः शीघ्र ही बर्खास्तगी का आदेश प्रशासन द्वारा वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन को और तेज किया जायेगा।

अभिजात श्रीवास्तव को पहले भी चार बार दिया जा चुका था चार्जशीट- मुख्य आयुक्त के पी सिंह

सीजीएसटी निरिक्षक अभिजात श्रीवास्तव के रिमूवल प्रकरण मे विस्तृत जानकारी के लिये लखनऊ सर्कल के मुख्य आयुक्त के पी सिंह से “खबर दर्पण” के संपादक दिनेश पाण्डेय द्वारा सम्पर्क किये जाने पर सिंह ने कहा कि नौकरी से डिसमिस किये गये अभिजात श्रीवास्तवव ग्रुप बी आफिसर्स एसों के पदाधिकारी है।  आये दिन वह उनके प्रति आक्षेप लगाते रहते थे। लगाये गये आक्षेपो के सन्दर्भ मे सबूत मांगे जाने पर श्रीवास्तव सबूत नही देते थे। इसी सिलसिले मे अभिजात श्रीवास्तव को इसके पहले चार बार चार्ज-शीट दिया जा चुका था एवं पनिसमेंट भी दिया गया लेकिन फिर भी अभिजात श्रीवास्तव अपने आदत से बाज नही आये थे। अंतत इन्ही कारणों से उन्हे नौकरी से रिमूव किया गया।