कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ किया आयकर विभाग के अधिकारी-कर्मचारियो ने किया विरोध – प्रदर्शन

सूरत, 27 सितंबर । प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त की कर्मचारी विरोधी नीतीयों के खिलाफ सैंकडो कर्मचारियो ने सूरत के मजूरागेट स्थित आयकर भवन मे विरोध- प्रर्दशन किया । विरोध- प्रदर्शन की मुख्य वजह पिछले कई वर्षो से पदोन्नति पर रोक होना है ।

एक जानकारी के अनुसार सूरत के अलावा अहमदाबाद, वड़ोदरा, राजकोट, आनंद, वलसाड‌ आयकर विभाग के विभागीय कार्यालयों के कार्यरत आयकर अधिकारी और कर्मचारी भी इस मांग को लेकर आंदोलनरत है पदोन्नति पर रोक के अलावा जिन मांगो को लेकर विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी आंदोलनरत है उनमे मुख्य रूप से कैडर के वार्षिक सामान्य स्थानांतरण (एजीटी) 2022 में की गई विसंगतियों को सुधारना और म्यूचल ट्रांसफर नीति का कड़ाई से पालन करना, कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के दिशा निर्देशों के अनुसार प्राथमिकता के आधार पर आयकर अधिकारी के कैडर में तदर्थ पदोन्नति की प्रक्रिया को बहाल करके उसका नियमितीकरण करना,पदोन्नति की तारीख को विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) की तारीख में बदलना एवं मौजूदा स्थानांतरण नीति के तहत किए जाने वाले जेसीएम के पदाधिकारियों के स्थानांतरण को रद्द करना है ।

आयकर कर्मचारी महासंघ (आईटीईएफ) और आयकर राजपत्रित अधिकारी संघ (आईटीजीओए) के प्रदर्शन कर रहे अधिकारियों और कर्मचारियों का कहना है कि इस मामले में विभाग के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त रवीन्द्र कुमार के पास आयकर अधिकारियों की पदोन्नति को हरी झंडी देने के लिए पूरी शक्तियां हैं लेकिन कवायद में देरी हुई है। आयकर कर्मचारी महासंघ सूरत शाखा के अध्यक्ष राकेश रंजन और उनकी टीम ने मौजूदा ट्रांसफर पॉलिसी में गड़बड़ी के लिए रवीन्द्र कुमार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि, ‘’दो दशकों में पहली बार आयकर अधिकारी और कर्मचारी न्याय की मांग करने के लिए एक साथ आए हैं। पिछले पांच वर्षों से आयकर अधिकारियों की पदोन्नति नहीं हुई है, जो 2017 में होनी थी लेकिन आज तक इस मुद्दे पर कोई स्पष्टता नहीं है। वहीं विभाग में निरीक्षक पदों पर तैनात कर्मचारी पिछले 12 वर्षों से लगातार एक ही पद पर काम कर रहे हैं जिससे पूरे गुजरात में 400 से अधिक कर्मचारी प्रभावित हैं।‘’

एसोसिएशन के सूरत शाखा के सदस्यों ने कहा कि विभाग में आयकर अधिकारियों की 160 से अधिक रिक्तियां हैं लेकिन फिर भी अधिकांश आयकर अधिकारियों को एक साथ लगभग तीन-तीन चार्ज दिए जाते हैं जिससे आयकर अधिकारी संवर्ग के अधिकारियों पर मानसिक और शारीरिक दबाव पड़ रहा है जिससे वे अपने कर्तव्य का निर्वहन ठीक से नहीं कर पा रहे हैं।  शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने दूसरे चरण का आंदोलन किया और आने वाले प्रत्येक सोमवार और शुक्रवार को लगातार विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया।

आईटीईएफ, सूरत शाखा के अध्यक्ष राकेश रंजन के साथ उपाध्यक्ष गुणवंत भार्गव, सचिव रामनरेश कुमार, संयुक्त सचिव रवि रौशन, कोषागार निशांत सिन्हा, कमिटी मैम्बर्स प्रवीण, प्रवीण सिंह एवं विष्णु ने संयुक्त वक्तव्य मे कहा कि ‘’हमारी समस्या आईटी विभाग के प्रशासन से है, अभी हम कार्यालय के अंदर अपना विरोध प्रदर्शन आयोजित कर रहे हैं। अगर हमारी मांगें नहीं मानी गई तो हम सड़कों पर उतरेंगे। पूरे गुजरात में 3000 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों का हमारा एक संघ है और हम सामूहिक रूप से अपनी मांगें रखेंगे।‘’ उक्त धरना प्रदर्शन में ITGOA के पदाधिकारी अनूप रावत एवं नरेंद्रन सी ए, सुमन कुमार मंडल समेत अन्य सदस्य मौजूद थे ।