एसजीटीटीए के जूम मीटींग मे पेमेंट की हालिया स्थिति पर जताई चिंता

सूरत , 24 अक्टूबर । साउथ गुजरात टेक्स्टाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की ज़ूम मीटिंग में तैयार कपड़े के रेट बढ़ाने के निर्णय के साथ ही संस्था को इस मुद्दे पर किस रूप में कदम बढ़ाना चाहिए जैसे मुद्दे पर विचार विमर्श किया गया  एवं पेमेंट की वर्तमान स्थिति पर चर्चा हुई ।  इस मीटिंग की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष सुनील कुमार जैन ने की तथा संचालन महामंत्री सचिन अग्रवाल ने किया।
मीटींग की शुरूआत मे सर्वप्रथम अध्यक्ष ने सभी बोर्ड मेंबर्स का स्वागत करते हुए दीपावली की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बोर्ड मेंबर्स से आग्रह किया कि दोनों विषयों पर खुलकर अपनी राय जाहिर करें। सचिन अग्रवाल ने कहा कि हमारी सप्लायर की जो चेन है, चाहे वो ग्रे की या बीवर्स हों, जॉब के लिए प्रोसेस हाउस हों, वेल्यू एडीशन के खाते या पैकिंग मटेरियल के सप्लायर्स हों सभी को पेमेंट वर्तमान परिस्थितियों में 15 से 30 दिन के बीच में या 25 से 30 दिन में अनिवार्य रूप से कर देना चाहिए। ट्रेडर्स किस प्रकार यह अरेंज करें यह बड़ा ही कठिन प्रश्न है। आपने आगे कहा कि व्यापार व्यवहार में हमको टाइट होना ही पड़ेगा। 90 दिन में हम व्यापार नहीं करें। इस मुद्दे पर पहले भी एसोसिएशन में बात उठी है। साथ ही साथ वर्तमान परिस्थितियों में सभी सेक्टर से जिस प्रकार मूल्यवृद्धि हो रही है। अपने प्रोडक्ट में रेट्स जिस प्रकार जरूरी हो अवश्य हमें बढ़ाना चाहिए। सुनील मित्तल ने इस विषय पर कहा कि जिस तरह से प्रोसेस हाउस रेट रिवाइज कर रहे हैं, उसे देखते हुए यह बहुत मुश्किल है कि ट्रेडर्स किस प्रकार तैयार माल का रेट बढ़ाए। संस्था को इस विषय में अवश्य ही दिशा निर्देश जारी कर परिस्थितियों के अनुसार रेट्स बढ़ाने के लिए मार्गदर्शन अवश्य देना चाहिए। वर्तमान में बीवर्स, प्रोसेस हाउस, पैकिंग मटेरियल्स को पेमेंट्स देने का प्रेशर बहुत ही सीरियस विषय हो गया है। आपका स्पष्ट कहना था कि हमको संस्था के लैटर हेड पर पत्र जारी करना चाहिए ताकि पेमेंट जल्दी आए और ट्रेडर्स अनावश्यक प्रेशर से मुक्त हो सकें। बोर्ड चेयरमैन सांवर प्रसाद बुधिया ने कहा कि एसोसिएशन में ये बातें रखना अच्छी बात है। साथ ही साथ इस तरह की चर्चा से हमें आत्मबल मिलता है। अगर हम डेवलपमेंट पर फोकस करें तो प्रोडक्ट वाइज भाव की वृद्धि करने में हमें कतई संकोच नहीं होगा। समय पर पेमेंट आए इसके लिए अपनी सप्लाई चेन को दुरुस्त रखना चाहिए। दोनों ही विषय में टेक्स्टाइल व्यापार की भलाई के लिए अवश्य दिशा निर्देश जारी किए जाने चाहिए। ज़ूम मीटिंग में कपड़ा उत्पादन की लगातार बढ़ती जा रही लागत को देखते हुए सदस्यों ने रेट बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। साथ ही साथ लेट पेमेंट की समस्या के समाधान के लिए एसोसिएशन के माध्यम से कठोर कदम उठाने के सुझाव दिए। मीटिंग में संतोष माखरिया, महेश जैन, सारंग जालान, संजय अग्रवाल, नीरज अग्रवाल, प्रह्लाद गर्ग, सुरेन्द्र जैन,अरविंद वैद्य और छगन भाई ने अपने विचार व्यक्त किए। अंत में संचालन कर रहे सचिन अग्रवाल ने अध्यक्ष से आग्रह किया कि वे बोर्ड मेंबरों द्वारा रेट वृद्धि और लेट पेमेंट की समस्या के समाधान के लिए सुझाए गए उपायों और संस्था की भूमिका पर अपने विचार व्यक्त करें। अध्यक्ष सुनील कुमार जैन ने कहा कि आज दीपावली नजदीक है। हम पुराना स्टॉक लगभग क्लियर होने की पोजीशन में पहुंच चुके हैं। वर्तमान परिस्थितियों में ग्रे, प्रोसेस चार्ज, वेल्यू एडीशन के भाव में वृद्धि और पैकिंग मटेरियल में जिस तरह से रेट बढ़ें हैं , हमको एक दूसरे का चेहरा देखने की जरूरत नहीं है। अपने प्रोडक्ट की प्रोडक्टिविटी चेक करते हुए, अपने प्रोडक्ट का रेट बढ़ाने का यह उचित अवसर है। आपने इस बात पर विशेष बल दिया कि हम सभी को पूरे टेक्सटाइल विस्तार में और अच्छे से रखने की जरूरत है। हम अपने प्रोडक्ट को इतना खूबसूरत बनाएं कि उसकी रेट बढ़ाएं तो हमें एक दूसरे का चेहरा देखने की जरूरत नहीं पड़े।  हमको रेट बढ़ाते समय सोचने की जरूरत नहीं पड़े। अपने प्रोडक्ट में खूबसूरती होनी चाहिए। इस कंडीशन में हम अच्छे से अपना कपड़ा भी सेल कर पाएंगे। साथ ही साथ समय पर पैसा भी मांग पाएंगे। आध्यक्ष ने कहा कि संस्था की ओर से रेट्स बढ़ाने के मामले में इन सभी विषय वस्तुओं का उल्लेख करके दस पर्सेंट से लेकर 25 पर्सेंट तक जिस प्रोडक्ट पर जितनी लागत बढ़ी है व्यापारियों से उसी अनुपात में रेट बढ़ाने का निवेदन करने के लिए पत्र जारी करेंगे।

जुलाई तक का पेमेंट‌ क्लीयर नही करने वालो के साथ नही करेंगे व्यापार

पेमेंट की लेट – लतीफी पर सभी सदस्यों के सुझाव को संज्ञान मे लेते हुये अध्यक्ष सुनील जैन ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया । उन्होने कहा कि दीपावली तक जुलाई तक का पेमेंट क्लियर होना चाहिए। जो भी व्यापारी जुलाई 2021 तक  का पेमेंट बाकी रखता है उनसे हमको व्यापार नहीं करना चाहिए।  टेक्सटाइल सेक्टर की अन्य संस्थाओ से भी इसी तरह का निर्णय लेने का आग्रह करेगी। इस बारे में सोमवार को एसजीटीटीए की ओर से परिपत्र जारी किया जाएगा। एसजीटीटीए के अध्यक्ष सुनील जैन ने कहा कि जुलाई तक का पेमेंट दीपावली तक क्लीयर नही करने वालो के साथ व्यापार नही करने का निर्णय संभवत: कडवा डोज हो सकता है लेकिन यह व्यापार हित मे फायदेमंद है