एसईजेड स्थित कंपनी के निदेशक समेत तीन गिरफ्तार

कंपनी द्वारा आयातित ड्यूटी फ्री डायमंड को स्थानीय बाजार मे बेचने का मामला 

सूरत , 13 दिसंबर । राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने सोमवार को सचिन सेज स्थित एक कंपनी के डायरेक्टर एवं उसके दो कर्मचारियो समेत तीन को गिरफ्तार किया । डीआरआई अधिकारियो ने प्राप्त आसूचना के आधार पर तीनो को उस वक्त गिरफ्तार किया जब तीनो आयातित ड्यूटी फ्री डा़यमंड को स्थानीय बाजार मे बेचने के लिये सेज के गेट से निकल रहे थे ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, डीआरआई अधिकारियों ने प्राकृतिक हीरों को घरेलू बाजार में कथित रूप से डायवर्ट करने के आरोप में सचिन सेज स्थित कंपनी करोलिना इंडिया प्राइवेट ट्रेड लिमिटेड के दो कर्मचारियों और करोलिना इंडिया प्राइवेट ट्रेड लिमिटेड के निदेशक सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया। डीआरआई के अधिकारियो‌ ने सेज के गेट से तीनो को उस वक्त गिरफ्तार किया जब तीनो स्थानीय‌ बाजार मे ड्यूटी फ्री डायमंड को बेचने के लिये जा रहे थे । सूत्रो के अनुसार करोलिना इंडिया प्राईवेट ट्रेड लिमिटेड के मालिको द्वारा  एक लंबे अरसे से नेचुरल डायमंड आयात किया जा रहा था तथा आयातित ड्यूटी फ्री डा़यमंड को स्थानीय बाजार मे बेच दिया जाता था । सूत्रों ने अनुसार डीआरआई अधिकारियों ने तीनों व्यक्तियों के कब्जे से 1.50 करोड़ रुपये मूल्य के हीरे जब्त किए।  सुरसेज स्थित कंपनी ने विदेशों से हीरे का आयात किया और वे डीटीए में बेच रहे थे, जिससे एसईजेड में आयात किए गए माल की मिस-घोषणा और हवाला रैकेट चलाने में उनकी संलिप्तता पाई  गयी

डीआरआई के रिमांड पर सागर , राकेश एवं विकास चोपडा

 डीआरआई सूत्रो के हवाले से बताया गया कि आयातित हीरो पर 7.5 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी है एवं करोलिना इंडिया प्राईवेट ट्रेड लिमिटेड द्वारा अब तक लगभग हजार करोड‌‌ रूपयो से भी अधिक के आयातित हीरो को स्थानीय बाजार ( डीटीए ) मे बेचा जा चुका है जो कि पूरी तरह से डायवर्जन तथा मनी लांड्रिग का मामला है । डीआरआई ने सागर , राकेश एवं विकास चोपडा को गिरफ्तार किया है जिनमे से विकास चोपडा डमी डायरेक्टर था कंपनी के कामकाज को सागर एवं विकास संभालते थे । डीआरआई ने तीनो को गिरफ्तार करके आज कोर्ट मे प्रस्तुत किया जिन्हे कोर्ट ने दो दिनो के लिये‌ रिमांड पर डीआरआई के हवाले कर दिया ।