डेढ लाख यूनिट से अधिक रक्तदान कर रचेंगे विश्व किर्तीमान

अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान मे “मेगा ब्लड डोनेशन ड्राईव” 17 सितंबर को

सूरत, 16 सितंबर । रक्तदान शिविरो के जरिये विश्व मे सबसे अधिक रक्तदान कराने वाली संस्था अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद की ओर से 17 सितंबर शनिवार को अपने 350 से अधिक शाखाओं के जरिये “मेगा ब्लड डोनेशन ड्राईव” का आयोजन किया गया है । अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद की ओर से इस रक्तदान शिविर की तैयारियों को आलम यह है कि रक्तदान का नया इतिहास रचने की पूरी तैयारी है ।

एक जानकारी के अनुसार अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान मे देश एवं विदेश मे 2000 रक्तदान शिविरों लगाये जायेंगे जिसमे अंदाजित एक लाख पचास हजार यूनिट से अधिक रक्तदान होगा । भारत‌ मे रक्तदान नियमो के अनुसार 18 से 65 वर्ष तक का कोई भी व्यक्ति प्रति तीन माह मे एक बार स्वैच्छिक रक्तदान कर सकता है । मानव शरीर मे रक्त निर्माण की प्रक्रिया सतत चालू रहती है । पुरानी रक्त कणिकायें अपनी लगभग 120 दिन की आयु पूरी करके नये रक्त के लिये स्थान प्रदान करती है । मानव शरीर मे 5-6 लीटर रक्त हर समय नसों के जरिये सतत प्रवाहित होता रहता है एवं एक स्वस्थ व्यक्ति एक से दो यूनिट रक्त का दान स्वेच्छा से कर सकता है ।

उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद ने 6 सितंबर 2014 को देश भर मे 286 स्थानों पर 682 रक्तदान शिविर लगाये थे जिसमे एक लाख दो सौ बारह यूनिट रक्त संग्रहित होने के साथ ही इस उपलब्धि के लिये गिनिज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्डंस मे नाम दर्ज हुआ था । इस बार 17 सितंबर 2022 को अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद अपना 58वां स्थापना दिवस मना रहा है और संयोग है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 72वां जन्मदिन भी उसी दिन है ।